दीपक ताम्रकार, डिंडोरी, पन्ना, उमरिया। बालाघाट के बीजेपी सांसद ढाल सिंह बिसेन के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लेकर दिए गए विवादित बयान का विरोध तेज हो गया है. डिंडौरी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सांसद की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया. साथ ही कार्यकर्ताओं ने उनसे इस्तीफा देने की मांग की.

दरअसल 26 मार्च को बालाघाट जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर सांसद को ज्ञापन सौपने पहुंचीं थी. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इस दौरान बीजेपी सांसद ढाल सिंह बिसेन ने अमर्यादित और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि SP, कलेक्टर भी 24 घंटे काम करते हैं झक नहीं मराते हैं, मानदेय है नौकरी नहीं है.

सासंद के इसी बयान के विरोध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सद्बुद्धि यज्ञ करते हुए इस्तीफा देने की मांग और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है.

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कार्यकर्ताओं का उग्र प्रदर्शन

वहीं पन्ना मेंं हड़ताल पर बैठीं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने आज उग्र प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांध कर आंगनवाड़ी की ड्रेस जलाकर विरोध जताया।

आशा-उषा कार्यकर्ता का धरना प्रदर्शन

इधर, उमरिया जिले में आशा-उषा कार्यकर्ता 08 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने 02 दिवसीय धरने में बैठी हुई हैं. लल्लूराम से बात करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमें 2006 से नियुक्त किया गया था, तबसे हमारा मानदेय 2000 रुपए है. इससे हमारा गुजर-बसर नहीं हो पा रहा है. वही कोविड काल में किए गए कार्य के एवज में मानदेय न देने का भी राज्य सरकार पर कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है.

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