मुकेश मेहता,बुधनी/रवि रायकवार,दतिया। मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह के गृह जिले में खाद की किल्लत से किसान जूझ रहे है। सीएम के निर्देश के बाद भी खाद वितरण केंद्रों में लंबी कतारें देखने को मिल रही है। अब तक मुख्यमंत्री के निर्देश धरातल पर नहीं उतर सके। इधर दतिया के कृषि मंडी में बोली न लगने और फसल का भुगतान समय पर नहीं मिलने से किसानों ने विरोध में चक्काजाम कर दिया।

सीहोर जिले के रेहटी में खाद की किल्लत से जूझते किसान सुबह 6 बजे से लाइन में लगे, लेकिन विक्रय केंद्र अब तक नहीं खुला। सोसायटियों में नगद विक्रय नहीं किया जा रहा है, जिससे सोसायटी के डिफाल्टर किसान को नगद खाद लेना होता है। यहां भी खाद की कमी है, किसानों को लाइन में अपनी बही को नंबर पर लगाना पड़ रहा है।

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इससे नाराज होकर किसानों ने चक्काजाम कर दिया। जिससे रोड के दोनों साइड वाहनों की लंबी कतारें लग गई, आने जाने वालो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास कर रही है। बताया गया कि किसानों को डरा धमकाकर उन्हें हटाने की कोशिश की गई। फिलहाल किसानों ने जाम खोल दिया है।

दतिया में किसानों ने किया चक्काजाम

दतिया जिले के कृषि मंडी में सोमवार को बोली न लगने और किसानों को उनकी फसल का समय पर भुगतान न होने के विरोध में चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और एसडीएम ऋषि कुमार सिंघई की समझाइश के बाद किसानों ने थोड़ी देर बाद जाम खोल दिया।

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एसडीएम ऋषि कुमार सिंघई ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाएगा। जिला प्रशासन का कहना है कि व्यापारी किसानों को समय पर भुगतान नहीं करते हैं जब उनको सख्त हिदायत दी गई तो व्यापारियों ने बोली बंद कर दी, जिससे नाराज किसानों ने जाम लगा दिया था। लेकिन अब सब ठीक है।

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