हेमंत शर्मा,इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में भू-माफिया चंपू उर्फ रितेश अजमेरा की जमानत निरस्त करने की प्रशासन ने मांग को लेकर हाईकोर्ट से मांग की है. 20 से ज्यादा मामले भू-माफिया रितेश अजमेरा पर दर्ज है. एडीएम को भी कपड़े उतरवाने की धमकी दे चुका है. इसके साथ ही कलेक्टर ने बड़ी कार्रवाई करने का इशारा भी किया.

दरअसल अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने पिछले दिनों इंदौर हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान मजिस्ट्रेट के सामने कहा था कि भू माफिया सेटलमेंट करने में किसी प्रकार की मदद नहीं कर रहे हैं. जब भी उन्हें नोटिस जारी किया जाता है, तो वह कपड़े उतरवाने की देते हैं. धमकी के बाद जिला प्रशासन ने भू-माफियाओं पर शिकंजा कसना भी शुरू कर दिया है. इसके साथ ही जमानत पर बाहर रितेश उर्फ चंपू अजमेरा की बेल भी निरस्त करने के लिए हाईकोर्ट से जिला प्रशासन ने मांग की है.

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प्रशासन की जांच के दौरान सैटेलाइट हिल्स कॉलोनी को लेकर कई शिकायतें पहुंची. इसमें चंद्रप्रभु होम्स में भी गलत तरीके से कुछ लोगों की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया. इसी तरह से एक कालिंदी सिटी में कुल 96 शिकायतें हुई है. जिसमें से 34 रजिस्ट्री वाली हैं और 62 रसीद वाले थे. इसमें रजिस्ट्री वाला केवल 19 और रसीद वाले 8 केस यानी मात्र 27 केस निराकृत हुए हैं. प्रशासन ने कहा है कि 27 केस में 11 का हैप्पी धवन, 13 का चिराग शाह और चार का विकास चौक ने किया, बाकी किसी ने सेटलमेंट करने में रुचि नहीं ली.

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फिनिक्स देव कान की बात करें तो यहां कुल 88 शिकायतें थी. जिसमें रजिस्टर वाले 56 और रसीद वाली 32 केस थे. जिसमें से 26 रजिस्ट्री वाले और 20 रसीद वाले यानी कुल 46 निराकृत हुए हैं. ऐसे ही चंपू अजमेरा ने 23 में भूखंड पर कब्जा दिया और 29 मई राशि लौटा दी, लेकिन कंपनी लिक्विडेशन में होने के चलते कब्जे का कोई औचित्य नहीं है. वास्तविक निराकरण चंपू और चिराग दोनों ने नहीं किया. सेटेलाइट हिल्स की बात करें तो यहां कुल 71 शिकायतें हैं. जिसमें से उन 50 रजिस्ट्री वाली और 22 रसीद वाले, जिसमें 27 रजिस्ट्री वालों का और प्रसिद्ध वालों का किसी भी प्रकार का निराकरण नहीं हुआ. कुल निराकरण मात्र 27 लोगों का हुआ.

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