कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले (Jabalpur) में बिजली कंपनियों द्वारा टैरिफ बढ़ाए जाने की तैयारी के विरोध में नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने प्रदर्शन किया। इसके साथ ही बिजली के दाम बढ़ाने के प्रस्ताव की कापी भी जलाई गई। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने पीपीए (Power Purchase Agreements) मॉडल रद्द करने की मांग की है।

नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष पी जी नाजपांडे ने कहा कि एक तरफ बिजली कंपनियां (Electricity Company) 15 करोड़ का घाटा बता कर बिजली के दाम (Tariff) बढ़ाने की तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी ओर बिजली कंपनियां बिना बिजली खरीदे ही 13000 का भुगतान कर चुकी है।

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अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह से जनता के साथ हो रही लूट को बंद करना चाहिए। उन्होंने यहां तक कहा कि पीपीए मॉडल (PPA Model) को बंद करना चाहिए। नाजपांडे ने कहा कि पिछले 5 सालों में बिजली कंपनी ने बिना बिजली खरीदी के निजी कंपनी को 13000 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुकी है। जिसमें अकेले एनटीपीसी (NTPC) को ही 3 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।

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उन्होंने ने आगामी 26 जनवरी को विद्युत नियामक आयोग (Electricity Regulatory Commission) की होने वाली जनसुनवाई का बहिष्कार (boycott) किया हैं।

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