कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh)में इस समय रिश्वत (bribery) ‘माफिया’ सक्रिय हैं। प्रदेश में रिश्वतखोरी का खेल जारी है। याहां बिना घूस दिए सरकारी कार्यालयों में काम नहीं होता। प्रदेश में हर दिन रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारी पकड़ा रहे हैं। इसके बाद भी भ्रष्ट सरकारी ‘नौकर’ बाज नहीं आ रहे हैं।

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ताजा मामला जबलपुर से सामने आया है। लोकायुक्त (Lokayukta) की टीम ने कमिश्नर कार्यालय (Jabalpur Commissioner’s Office) में छापा मारकर लिपिक चंद्र कुमार दीक्षित को 64 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दरअसल, आवेदक के पिताजी की ग्राम पाली खुर्द छपारा में 18 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें से 7 हेक्टेयर जमीन बंदोबस्त रिकॉर्ड में किसी अन्य के नाम दर्ज हो गई है। जिसकी अपील अतिरिक्त कमिश्नर कार्यालय में चल रही है। अपील प्रकरण को आवेदक के पक्ष में कराने के एवज में आरोपी चंद्र कुमार दीक्षित सहायक ग्रेड-3 ने 65 हजार की रिश्वत की मांग की थी। लेकिन आवेदन ने लिपिक को सबक सिखाने की ठानी और इसकी शिकायत जबलपुर लोकायुक्त में कर दी।

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शिकायत मिलने पर लोकायुक्त ने शिकायत का सत्यापन कराया और सही पाए जाने पर आज फरियादी को केमिकल लगे नोट देकर भेजा। कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर फरियादी ने रुपये लिपिक को दे दिए और टीम को इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही टीम ने दबिश दे कर रुपयों के साथ आरोपी लिपिक को दबोच लिया। इस कार्रवाई से वहां हड़कंप मच गया।

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