बीडी शर्मा, दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह धर्मांतरण केस में नया मामला सामने आया है। जहां एक ही लाइसेंस पर दो चिल्ड्रन होम चलाए जा रहे थे। इसे लेकर बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ये अधिकारियों की लापरवाही है, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर लिखा है कि मध्यप्रदेश में दमोह के मिशनरी माफिया अजय लाल से सम्बंधित संस्थाओं की गड़बड़ियों की जांच चल रही है। इसी दौरान एक नया मामला प्रकाश में आया है कि एक ही लायसेंस पर दो चिल्ड्रन होम चलाए जा रहे थे। ये अधिकारियों की आपराधिक लापरवाही है, दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।

दरअसल, क्रिश्चियन मिशनरीज द्वारा संचालित बाल गृहों में धर्मांतरण का मामला सामने आया था। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दमोह के क्रिश्चियन मिशनरीज द्वारा संचालित बाल गृहों का निरीक्षण भी किया था। निरीक्षण के बाद उन्होंने आधार शिला संस्थान के संचालक और मिड इंडिया क्रिश्चियन सर्विसेस के सदस्य डॉ. अजय लाल समेत 10 लोगों के खिलाफ देहात थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी।

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आयोग के अध्यक्ष ने कहा था कि इन बाल गृहों में कुछ इस तरह के मामले सामने आए जिसमें बिना पहचान के बच्चों को क्रिश्चन पहचान दी जा रही है। अध्यक्ष ने कई शासकीय अधिकारियों पर इन संस्थाओं को संरक्षण देने और जानकारी लीक करने का आरोप भी लगाया था।

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बता दें कि ईसाई मिशनरियों के संस्थाओ की जांच चल रही है। धर्मांतरण के मामले में हाल ही में दमोह जिले के एसपी डीआर तेनीवार का तबादला किया गया है। उन्हें ग्वालियर के 13 बटालियन में भेजा गया। उनकी जगह पर राकेश कुमार सिंह को दमोह का एसपी बनाया गया है।

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