भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की स्थिति और सरकार की तैयारियों को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता से लेकर कोविड-19 से निपटने के लिए मंत्रियों से चर्चा हुई. इसके अलावा प्रत्येक जिले को कोरोना से निपटने की आवंटित की गई राशि पर भी चर्चा हुई. इस दौरान मध्य प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि रेमडेसीविर इंजेक्शन जीवन रक्षक नहीं है.

इसे भी पढ़ें: कोरोना की जंग में जिंदगी हार गए महाकाल के पुजारी, संक्रमण के जद में दो और पुजारी

जीवन रक्षक नहीं है रेमडेसीविर
अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि मध्यप्रदेश में ऐसे भी मरीजों की मौत हुई है, जिन्हें रेमडेसीविर इंजेक्शन लगा था. रेमडेसीविर जीवन रक्षक इंजेक्शन नहीं है. आज देश में 1 लाख 45 हजार प्रकरण आए हैं. प्रदेश में पांच हजार प्रकरण आए हैं. वहीं प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र से कोरोना संक्रमित के ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि 10 प्रतिशत लोगों को ही रेमडेसीविर की जरूरत है. साथ ही उन्होंने ये भी सलाह दी कि घर में बैठकर कोई भी रेमडेसीविर इंजेक्शन न लगाएं.

इसे भी पढ़े- सीएम शिवराज ने की क्राइसिस मैंनेजमेंट के साथ बैठक, इस जिले में बढ़ाया गया लॉकडाउन

प्रदेश में पॉजिविटी रेट 12 प्रतिशत के पार
बता दें कि प्रदेश में सारे प्रयासों के बाद भी तेजी से कोरोना अपना पैर पसार रहा है. कटनी में 33, झाबुआ में 20, भोपाल में 24 प्रतिशत पॉजिविटी रेट है. मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि हर किसी को हॉस्पिटल की जरूरत नहीं है, लेकिन जिन्हें जरूरत है उसके लिए उन्हें समय पर अस्पताल आना चाहिए. इसको लेकर प्रोटोकॉल जारी किया गया है.

इसे भी पढ़े- पीसी शर्मा ने टीका उत्सव पर साधा निशाना, कहा- लोग मर रहें हैं और सरकार मना रही उत्सव

लगातार बढ़ रहा ऑक्सीजन का उपयोग
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि 22 मार्च तक प्रदेश में कुल 64 मैट्रिक टन का उपयोग हुआ था, लेकिन 08 अप्रैल तक 234 मैट्रिक टन ऑक्सीजन का उपयोग बढ़ा है. जिस तेजी से ऑक्सीजन का उपयोग बढ़ा है, उस तेजी से प्रकरण नहीं बढ़े हैं. लोग घरों में के साथ अन्य जगहों पर ऑक्सीजन को स्टोर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि भोपाल में 40 इंदौर में 30 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. इसके साथ अब 6 जिलों में किल टू कोरोना अभियान शुरू किया जाएगा और होम आइसोलेशन में रहने वालों का आकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा.

मंत्री ने जनता को बधाया ढांढस
इस दौरान मंत्री ने कहा कि पिछले पीक से भी हम आगे बढ़ चुके हैं, लेकिन हम इस संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हम पूरी जिम्मेदारी के साथ जनता को बताना चाहते हैं. मध्यप्रदेश में कहीं भी बेड की कमी नहीं है. सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में पूर्णरूप से बेड उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि हर जिले में कोविड केअर सेंटर्स बनाएं जाएं, जिसके लिए अलग से बजट दिया गया है.

संकट बड़ा, लेकिन पूरी तरह से तैयार
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी जिले के कलेक्टर को 2 करोड़ रुपए कोरोना से निपटने के लिए दिए गए हैं. हम जनजागरण और आचार संहिता के माध्यम से कोरोना पर लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं. संकट बड़ा है, लेकिन हम पूरी तरह से तैयार हैं.

read more- Coronavirus Effect: Maharashtra Migrant Workers Heads home Amid Fears of Another Lockdown

स्पोर्ट्स की ये खबरें जरूर पढ़ें

मनोरंजन की ये खबरें जरूर पढ़ें