सदफ हमीद, भोपाल। प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी है। जूनियर डॉक्टरों द्वारा कल इमरजेंसी सेवाएं बंद करने के बाद आज से कोविड मरीजों का इलाज भी बंद कर दिया है। हड़ताली डॉक्टरों को प्रदेश के इंटर्न और एबीबीबीएस के छात्रों का भी समर्थन अब हासिल हो गया है।
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर सरकार ने प्लान बी बना लिया है। सूत्रों के मुताबिक सरकार हड़ताल से निपटने के लिए मेडिकल कॉलेजों में होम्योपैथी यूनानी डॉक्टर्स की सेवाएं ले सकती है। सरकार के मुताबिक सरकार कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्लान बी पर मंथन करना शुर कर दिया है।
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चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल को ब्लैकमेलिंग करार दिया है। उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टर्स का इस तरह से हड़ताल करना मरीजों को ब्लैक मेल करने जैसा है। हमने कई योजनाओं से जूडा को जोड़ा है, भविष्य में इन्हें ही मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को संभालना है ,यह हठधर्मिता ठीक नहीं है।
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ये है मांगें
- सरकार की ओर से 6% सालाना मानदेय बढ़ाने का वायदा पूरा किया जाए
- जूनियर डॉक्टरों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की जाए
- कोरोना के दौरान प्रति महीने 10 हज़ार रुपये मानदेय देने का वायदा पूरा किया जाए
- जूनियर डॉक्टर्स को ग्रामीण सेवा के बंधन से मुक्त किया जाए
- कोरोना काल में सेवा के लिए प्रशस्ती पत्र दिया जाए जिसका फायदा सरकारी भर्तियों में मिले
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