अमृतांशी जोशी, भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्‍तात्रेय होसबोले आज से तीन दिवसीय भोपाल दौरे पर हैं। रविवार को राजधानी के लाल परेड मैदान पर स्‍वयंसेवकों के शारीरिक प्रकट कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान सरकार्यवाह होसबोले ने कहा कि राष्ट्र के निर्माण के लिए संघ का अभियान शुरू हो गया है। साथ ही उन्होंने संघ के दो प्रमुख पहलू बताए। पहला व्यक्ति निर्माण और दूसरा- समाज संगठन। उन्होंने कहा, दोनों ही पहलुओं का लक्ष्य एक ही है, वो है भारत का परम वैभव।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय पूर्व चुनाव आयुक्त ओपी रावत बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। स्वयंसेवकों ने शारीरिक क्रियाओं का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में 2500 से अधिक स्‍वयंसेवक शाखाओं में प्रतिदिन चलने वाले शारीरिक अभ्‍यास का प्रदर्शन किया।

सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि यह भोपाल शाखा के वार्षिकोत्सव जैसा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत में कोई अपरिचित नाम नहीं, शायद ही कोई जिला है जहां शाखा नहीं लगती हो। ये राष्ट्र साधना है, संघ के कार्य के तो प्रमुख आयाम है। पहला व्यक्ति का निर्माण और दूसरा समाज संगठन।

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उन्होंने कहा कि लोगों का भौतिक और आध्यत्मिक उत्थान होना चाहिए, संघ प्रतिदिन इसी साधना में लगा हुआ है। प्रतिदिन की शाखा में संघ शक्ति की आराधना करता है। बौद्धिक कार्यक्रम भी संघ चलाता है जिससे वर्तमान की समस्याओं के बारे में जानकारी मिले । समाज संगठन के ये कार्यक्रम अच्छे व्यक्ति से ही संभव है।

राष्ट्र का निर्माण करने संघ का अभियान शुरू

सरकार्यवाह ने आगे कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्ण ने कहा था कि हम कोई एक फैक्ट्री या भवन निर्माण का कार्य नहीं कर रहे, बल्कि राष्ट्र निर्माण का कार्य कर रहे है। ऐसे लोगों का निर्माण किए बिना कोई देश प्रगति नहीं कर सकता। रोज़गार, शिक्षा सब ज़रूरी है, लेकिन सामान्य व्यक्ति जब तक जागृत नहीं करेगा, तब तक देश प्रगति नहीं पा सकेगा।

संघ में अनुशासित लोग है। हम दूसरों के क़दर रखने वाले लोग हैं। देश भर में सभी को चरित्र निर्माण की काफ़ी ज़्यादा ज़रूरत है। संघ में हम सामूहिकता का पाठ सिखाते हैं, हर पर्व को गांव-गांव बस्ती बस्ती में धूमधाम से मनाया जाता है। इसको लेकर कार्य करना है। संघ इसी को लेकर काम कर रहा है। ऐसे राष्ट्र का निर्माण करने के लिए संघ का राष्ट्र अभियान शुरू हो गया है। समाज के अंदर कई प्रकार के भेदभाव देखते हैं, मठ पंथ के कारण, आइडियोलॉजी के कारण रंग भेद के कारण भेदभाव होता है।

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शैक्षणिक और बहुउद्देश्यीय कौशल विकास केंद्र का लोकार्पण

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने एमपी नगर में स्थित वनवासी कल्‍याण परिषद के परिसर में नव निर्मित शैक्षणिक और बहुउद्देश्यीय कौशल विकास केंद्र का लोकार्पण किया। साथ ही टंट्या मामा की प्रतिमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से की गई।

इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि हजारों साल के भारत के इतिहास में जनजातीय समुदाय के लोग अभिन्न अंग है। पिछले वर्षों में कुचक्र चले, गलतफहमियां फैलाई गई, अलग करने की कोशिश की गई। युवा साथियों को समाज से तोड़ने और दूर करने के लिए कुचक्र फैलाए गए। इसके लिए केवल सरकार को ही नहीं बल्कि समाज को भी आगे आकर काम करना होगा।

हमने पेसा एक्ट लागू किया, ताकि जनजातीय समाज को इसका सीधा लाभ मिल सके। जमीन खरीदने के लिए जनजातीय बहनों से शादी करते हैं, शादी भी पहली नहीं तीसरी या चौथी,, ये लव नहीं षड्यंत्र हैं। धर्मांतरण के नाम पर भी जो कुचक्र चल रहा है वो मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं चलेगा, पेसा कानून में इसके लिए भी प्रावधान है।

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