दिनेश शर्मा,सागर। मध्यप्रदेश के सागर में एक माह से आंदोलनरत एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत होने के बाद जमकर हंगामा हुआ। धरने पर बैठीं कार्यकर्ताओं ने साथी कार्यकर्ता को अंतिम विदाई देने के लिए धरनास्थल से दौड़ लगा दी । जिनको पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो इस दौरान जमकर धक्का-मुक्की हुई।

दरअसल, नियमतिकरण की मांग को लेकर पिछले 40 दिनों से सागर के तीन माड़िया चौराहे पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता धरने पर बैठीं हुई हैं। वहीं एक कार्यकर्ता शहनाज बानो का आज निधन हो गया। साथी शहनाज बानो के आखिरी दर्शन करने के लिए कार्यकर्ताओं ने दौड़ लगा दी। पुलिस ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे मानी नहीं। जिससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुुई। इस दौरान जिला अध्यक्ष लीला शर्मा बेहोश हो गई, जिन्हें बीएमसी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

वहीं सूचना मिलने पर सागर कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी तरुण नायक भी मौके पर पहुंचे और महिलाओं को रोकने का प्रयास किया। लेकिन अपनी साथी की मौत से दुखी और आंदोलन से आक्रोशित महिलाओं के सामने पुलिस प्रशासन भी असहाय दिखा। कार्यकर्ताओं ने अपनी दिवंगत साथी को अंतिम विदाई दी। इसके बाद सभी महिलाएं धरना स्थल पर वापस लौटीं।

आंदोलन कर रहीं कार्यकर्ताओं ने बताया कि वो 40 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन किसी ने अभी तक उनकी सुध नहीं ली है। हम नियमतिकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन हमारी मांगें नहीं मानी जा रही है और इस तरह हमारे साथियों की मौत भी हो रही है।
वहीं सागर कलेक्टर दीपक आर्य का कहना है कि यह शासन स्तर का मामला है। आंदोलनकारियों को हमने पहले भी समझाइश दी है कि धरना समाप्त करें। गर्मी और तेज धूप के कारण स्वस्थ पर भी असर पड़ेगा, लेकिन आंदोलनकारियों ने अपना धरना जारी रखा हुआ है। फिर भी हमने शासन तक इनकी मांगें पहुंचा दी है।

वहीं पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे, जहां उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों को जायज बताया और कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सामने उनकी मांगों को रखने की बात कही है।

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