अमित शर्मा, श्योपुर। प्रसव के 2 दिन बाद अस्पताल के बाथरूम में फिसलकर गिरने से प्रसूता की मौत होने की घटना सामने आई है। परिजनों ने बाथरूम में गंदगी और पानी भरे होने की वजह से यह घटना होने का आरोप लगाया है। वहीं मौके पर पहुंचे बीजेपी नेता ने भी गंभीर प्रसूताओं के लिए बनाए गए आईसीयू वार्ड को बंद करने की वजह से यह घटना होने के आरोप लगाए हैं। जबकि, अस्पताल प्रबंधन महिला को अटैक आने की वजह से उसकी मौत होने की बात कह रहा है।

SDM का महिला को धमकाते हुए VIDEO वायरल: ब्यावरा एसडीएम ने बंदूक तानकर बोला- I will suit…

मामला श्योपुर जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड के टॉयलेट का है। जानकारी के अनुसार, बोलाज गांव निवासी काजल का 2 दिन पहले प्रसव हुआ था। वह गंभीर मरीजों की श्रेणी में थी, फिर भी उसे मेटरनिटी के आईसीयू वार्ड में भर्ती नहीं किया गया। उसे मेटरनिटी के जनरल वार्ड में भर्ती कर रखा गया था। महिला के साथ एक बुजुर्ग महिला अटेंडर थी। जो सुबह चाय लेने के लिए अस्पताल से बाहर गई थी। इस दौरान टॉयलेट करने जाते समय फिसलकर गिरने से महिला की मौत हो गई।

शिक्षक ने महिला अधिकारियों से की अभद्रता: निरीक्षण करने स्कूल पहुंची थीं अफसर, SP और विधायक से शिकायत

जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल

महिला को हार्ड की समस्या थी और इस तरह की महिलाओं के लिए मेटरनिटी वार्ड के पास अलग से 8 बेड वाला आईसीयू वार्ड भी बनाया गया है। लेकिन उस पर अस्पताल प्रबंधन ताला लगा रखा है। अब जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि, महिला को हार्ड की दिक्कत थी तो आईसीयू का ताला क्यों नहीं खुलवाया गया।

वहीं मौके पर पहुंचे बीजेपी जिला उपाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह जाट ने कहा कि अस्पताल स्टाफ की लापरवाही की वजह से महिला की मौत हुई है। महिला गंभीर रूप से बीमार थी। अस्पताल में ऐसी महिलाओं के लिए बनाए गए आईसीयू को अस्पताल प्रबंधन ने बंद करवा रखा है। यह घोर लापरवाही है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

MP में दिव्यांग युवती से दुष्कर्म: हिरासत में पुनर्वास केंद्र का संचालक, धमकी देकर कई सालों से करता रहा शारीरिक शोषण

सिविल सर्जन ने दी ये सफाई

वहीं सिविल सर्जन डॉ दिलीप सिंह सिकरवार का कहना है कि महिला में ब्लड की कमी थी, उसको दूसरी भी दिक्कत थी। उसकी मौत फिसलकर गिरने की वजह से नहीं बल्कि, अटैक आने से हुई है। महिला को हार्ट की प्रॉब्लम थी। इस पर जब पूछा गया कि उसे आईसीयू में भर्ती क्यों नहीं किया गया तो डॉक्टर साहब कहने लगे कि डॉक्टर इस तरह की सलाह देते तो उसे जरूर भर्ती किया जाता, लेकिन डॉक्टर साहब ने यह नहीं बताया कि उन्होंने आईसीयू वार्ड पर क्यों ताला लगा रखा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मौत किन कारणों की जांच की जा रही है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus