नीलम शर्मा, पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) से 2 बरस की एक बाघिन (Tigress) को ट्रेंकुलाइज करके माधव राष्ट्रीय उद्यान (Madhav National Park) के लिए के रवाना कर दिया गया है। इसके पहले एक बाघिन को ट्रेंकुलाइज किया गया था जो कि घायल थी। इस वजह से उसे माधव राष्ट्रीय उद्यान नहीं भेजा जा सका था। सोमवार को इस 2 वर्षीय बाघिन को रेस्क्यू वाहन से माधव राष्ट्रीय उद्यान के लिए रवाना कर दिया गया है। इस बाघिन को पीटीआर की चंद्रनगर रेंज से ट्रेंकुलाइज कर माधव नेशनल पार्क के लिए भेज दिया गया है।

दरअसल, 10 मार्च को शिवपुरी (Shivpuri) के माधव नेशनल पार्क में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh) और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Minister Jyotiraditya Scindia) ने 2 बाघ बाड़े में छोड़े थे। पन्ना (Panna) बांधवगढ़ (Bandhavgarh) से एक मादा और भोपाल (Bhopal) से एक नर टाइगर को शिफ्ट किया था। कुल 5 बाघ लाने की तैयारी के तहत पहले चरण में तीन बाघ लाने थे, लेकिन एक बाघिन ट्रेंकुलाइज के समय घायल हो गई थी, जिसके चलते केवल दो ही बाघ शिफ्ट किये गए थे।

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बता दें कि बाघों के लिए 4 हजार हेक्टेयर का बड़ा घेरा बनाया गया है। बाड़े को तीन भागों में बांटा गया। बाड़े की ऊंचाई करीब 16 फीट है। तीनों बाघों के लिए अलग-अलग बाड़े बनाए गए है। विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से 9 फरवरी की रात को एक बाघिन को शिवपुरी जिले के माधव राष्ट्रीय उद्यान में विशेष सुविधाओं से युक्त ट्रक में रवाना किया गया था।

बाघिन को 4 मार्च को बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के पनपथा बफर परिक्षेत्र से रेस्क्यू कर इन्क्लोजर में मॉनिटरिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण हेतु रखा गया था। छोड़े गए बाघ करीब 15 दिन बाड़े में रहेंगे और फिर इन्हें खुले में विचरण के लिए छोड़ दिया जाएगा। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के मिली हरी झंडी के बाद यह मेगा इवेंट आयोजित किया गया। 

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