चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। चरित्र शंका पर एक भाई ने अपने ममेरे भाई की हत्या कर दी। आरोपी ने हत्या को दुर्घटना दर्शाने शव को सड़क किनारे फेंक खुद भी घायल होने का नाटक कर लेट गया। इतना ही नहीं आरोपी ने ग्रामीणों और परिजनों के सामने खुद के साथ मारपीट की कहानी गढ़ दी।

पुलिस के मुताबिक 22 अगस्त को सुबह शासकीय अस्पताल से उई थाना को एक्सीडेंट में एक व्यक्ति की मौत और उसके साथी के घायल होने की सूचना मिली। उतई थाना में मर्ग कायम कर इसकी सूचना अंडा थाना को दी गई। पुलिस द्वारा घायल लक्ष्मण चंद्राकर से पूछताछ करने पर घटना को लेकर वह गोलमोल जवाब देने लगा। जिससे पुलिस को उसकी भूमिका संदिग्ध लगी।

मृतक की मृत्यु संदिग्ध प्रतीत होने पर तत्काल फॉरेंसिक वैज्ञानिक सलाहकार डॉ पंकज ताम्रकार की उपस्थिति में शव का निरीक्षण कराया गया। तत्पश्चात शव को पोस्टमार्टम कार्यवाही हेतु दुर्ग जिला अस्पताल भेजा गया। जिस पर शव परीक्षण उपरांत चिकित्सक महोदय द्वारा दिए गए शव परीक्षण प्रतिवेदन में मृतक की मृत्यु सर पर चोट आने से होना बताया गया।

हत्या का संदेह होने पर लक्ष्मण चंद्राकर को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपने ममेरे भाई महिपाल चंद्राकर की हत्या करना स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि मृतक और वह दोनों ही पिछले 1 साल से रायपुर में निवास कर रहे थे। और रोजी मजदूरी करते थे। तीन दिन पहले वे दोनों ग्राम ओटेबंद धान कुटाने आए थे जहां 21 तारीख की शाम को गांव के शुभम के साथ शराब पी रहे थे। जहां दोनों के बीच आपसी विवाद हुआ। विवाद के पीछे बताया जा रहा है कि मृतक महिपाल चंद्राकर लक्ष्मण चंद्राकर चरित्र शंका करता था। जिस के बाद लक्ष्मण चंद्राकर ने वहां रखे सिलपाटा के पत्थर से महिपाल चंद्राकर पर वार किया जिससे उसकी मृत्यु हो गई।

आरोपी ने अपने घटना के वक्त मौजूद अपने दोस्त शुभम के साथ मिलकर शव को गांव ओटेबंद से 3 किलोमीटर दूर चिरपोटी तिराहे के पास ले जाकर सड़क किनारे रख दिया। यहाँ से शुभम वापस घर चला गया और लक्ष्मण वही महिपाल की लाश के समीप घायल होने का नाटक करते हुए लेट गया और अपनी बाइक को भी वही गिरा दिया। सुबह गांव वालों के समक्ष झूठी कहानी बताने लगा कि हम रात को वहां से गुजर रहे थे और कुछ लोगों ने हमें मारा जिससे हम यहां पर गिरकर बेहोश हो गए हैं जिस पर स्थानीय ग्राम वासियों और आरोपी और मृतक के परिजनों ने इन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया था। मामले में पुलिस ने आरोपी लक्ष्मण चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है वहीं उसके दोस्त शुभम चंद्राकर की तलाश शुरु कर दी है।