दीपक कौरव, नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला नरसिंहपुर से सामने आया है जहां विद्युत वितरण कंपनी करकबेल में कार्यरत जूनियर इंजीनियर वीरेंद्र सिंह चौहान को ईओडब्ल्यू जबलपुर की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. बिजली के बिलों के प्रकरणों को निपटाने के एवज में 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी.

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दरअसल लोगों की माने तो बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर वीरेंद्र सिंह चौहान आए हर काम के एज में लोगों से पैसे लेता है, फिर काम करता है. इसी के चलते करकबेल के ही निवासी जगदीश सिंह राजपूत के खेत में जाकर केवल जब्त की थी. जिसके बिजली के बिलों के प्रकरणों को निपटाने के एवज में 15 हजार रुपये रिश्वत की डिमांड की थी. जिसकी शिकायत जगदीश सिंह राजपूत ने जबलपुर ईओडब्ल्यू से की.

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सूचना मिलने के बाद जबलपुर ईओडब्ल्यू ने आज जूनियर इंजीनियर वीरेंद्र सिंह चौहान को ट्रैप किया. फिर 15000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है. फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है.

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