पेंड्रा। आदिवासी विकासखंड पेंड्रा, गौरेला और मरवाही को मिलाकर नवगठित पेंड्रा जिला में जिला मुख्यालय को लेकर राजनेताओं एवं जनप्रतिनिधियों में रार छिड़ गया है.

दरअसल लोग चाहते की जिला मुख्यालय ऐसी जगह बने जो पेंड्रा, गौरेला और मरवाही तीनों विकासखंड के वनांचल एवं सुदूर गांवों में रहने वाले आम आदमी के लिए सुविधाजनक हो, हाल फिलहाल जो खबर आ रही है उसके अनुसार जिला मुख्यालय गौरेला के टीकरकला में बनाया जा रहा है जिसके लिए प्रशासनिक तैयारियां शुरू है। इस खबर के बाद मरवाही कांग्रेसी खेमे में उथल-पुथल मची हुई है जो कि स्वाभाविक है, जिला मुख्यालय बनाते समय एक बात का ध्यान रखना होगा कि आदिवासी वनांचल क्षेत्र पेंड्रा गौरेला मरवाही विकासखंड अमरकंटक की तराई के गांव से लेकर बस्ती बगरा बरौर बेलझिरिया मेड़ुका दरमोहली तक फैला हुआ है. जिसमें लगभग 175 ग्राम शामिल है.

इनमें ज्यादातर आबादी आदिवासियों किसानों की है, जो जिला मुख्यालय के लिए आश्रित होंगे. ऐसे में जिला मुख्यालय ऐसी जगह बनाया जाना उचित होगा जहां सभी के लिए पहुंचना सुविधाजनक हो. यदि मरवाही के कांग्रेस जन जिला मुख्यालय पेंड्रा में बनाने की मांग कर रहे हैं तो उसमें कुछ गलत नहीं है. पूरे इलाके की भौगोलिक स्थिति को समझे तो पेंड्रा में जिला मुख्यालय बनाना पूरी आबादी के लिए सुविधाजनक होगा. रेलवे स्टेशन एवं कुछ सुविधाओं को ध्यान में रखकर यदि जिला मुख्यालय गौरेला मे बना भी दिया जाए तो एक बड़ी आबादी के लिए जिला मुख्यालय पहुंचना खर्चीला एवं कठिन ही होगा जबकि पेंड्रा तीनों विकासखंड के गांव के मध्य में है इसलिए पेंड्रा में ही जिला मुख्यालय बनाना उचित होगा.

हालांकि जितनी प्रशासनिक एवं राजनीतिक कठिनाइयों के बाद छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार द्वारा गौरेला पेंड्रा मरवाही को अविभाजित बिलासपुर जिले से अलग करते हुए नया गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला घोषित किया गया है उसे देखते हुए ज्यादातर लोग नहीं चाहते कि जिले के नाम या मुख्यालय को लेकर कोई विवाद हो या जिला निर्माण में कोई बाधा पहुंचे फिर भी अब जबकि गौरेला पेंड्रा मरवाही एक अलग जिला राजपत्र छत्तीसगढ़ में अधिसूचित हो गया है तथा आगामी 10 फरवरी से यहां नया गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला क्रियाशील हो जाएगा और अब जिला मुख्यालय के लिए स्थान चयन की बात हो रही है तब यदि जिला मुख्यालय ऐसी जगह हो जो सुविधाजनक हो इस पर विचार-विमर्श करना प्रशासनिक स्तर पर जरूरी होगा.

मरवाही के कांग्रेस नेताओं ने कलेटोरेट मुख्यालय पेंड्रा स्थित फिजिकल कॉलेज में स्थापित किए जाने की मांग की है. इनका कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर टीकरकला में कलेक्टोरेट की तैयारी की जा रही है. वह व्यव्हारिक रूप से सही नहीं है इससे लोगों की परेशानी कम नहीं होगी. नवीन गठित जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही जहाँ 10 फरवरी को अपने अस्त्तित्व में आने वाला है औऱ शीघ्र ही यहां जिला कलेक्टर सहित सभी प्रमुख अधिकारी भी अब बैठने वाले हैं. जिला मुख्यालय के लिए प्रशासनिक स्तर पर भवन का भी चयन कर लिया गया है.

इससे पूर्व छत्तीसगढ़ के राजस्व व आपदा मंत्री जय सिंह अग्रवाल 6 माह पूर्व जब पेंड्रारोड मरवाही के दौरे में आये थे, तभी अधिकारियों ने टीकर (गौरेला) स्थित छात्रावास को ही नवीन जिला मुख्यालय के लिये मंत्री को दिखाया था और मंत्री सहित सभी बड़े अधिकारियों ने भी नवीन जिला मुख्यालय के लिए टीकर (गौरेला) स्थित उसी भवन में जिला मुख्यालय करने के लिये राजी भी हो गये.

जिले के अस्त्तित्व को आने में महज 1 महीने ही शेष बचे हैं ऐसे में टीकर (गौरेला) में नवीन जिला मुख्यालय बनाने का अब मरवाही व पेन्ड्रा क्षेत्र के कांग्रेसियों ने ही विरोध शुरू कर दिया है. उनका तर्क है कि टीकरकला (गौरेला) से मरवाही के अंतिम छोर में बसे बेलझिरिया कांसबहरा जैसे दूर दराज गावों की दूरी लगभग 80 किमी पड़ेगी। इस प्रकार यदि मरवाही क्षेत्रवालों को जिला मुख्यालय आने के लिए 80 किमी की दूरी तय करनी पड़े तो यह बहुत ही असुविधाजनक है और ऐसे में नवीन जिला बनाने का उद्देश्य ही अव्यवहारिक हो जाता है.

नवीन गठित जिले में जिला मुख्यालय भगौलिक दृष्टि से तीनों ब्लॉक के केंद्र मे होना चाहिए। ऐसे में उन्होंने सुझाव दिया है कि जिला मुख्यालय के लिए सबसे उपयुक्त स्थान पेण्ड्रा का फिजिकल कॉलेज हो सकता है। कांग्रेसजनों ने बताया कि पेण्ड्रा का फिजीकल कॉलेज भगौलिक दृष्टि से नवीन गठित जिला गौरेला पेन्ड्रा मरवाही के केंद्र में है और वहाँ से मरवाही क्षेत्र के दूर दराज गांवों की दूरी भी कम पड़ेगी और लोगो की परेशानी भी कम होगी.

इसी को दृष्टिगत रखते हुये ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मरवाही के अध्यक्ष मनोज गुप्ता, जिला कांग्रेस बिलासपुर के महामंत्री नारायण शर्मा, जिला कांग्रेस प्रवक्ता मोहनलाल शुक्ला, मरवाही के सांसद प्रतिनिधि राकेश मसीह, पूर्व न्यायाधीश व कांग्रेस नेता प्रमोद परस्ते, कांग्रेस नेता अजय राय, हरीश राय, दया वाकरे, युवक कांग्रेस के महासचिव अमन शर्मा, शुभम पेन्द्रों, कांग्रेस नेता शंकर पटेल जैसे नेताओं ने टीकर (गौरेला) में जिला मुख्यालय का विरोध करते हुए नवीन जिले के भगौलिक संरचना को दृष्टिगत रखते हुये फिजिकल कॉलेज पेण्ड्रा में जिला मुख्यालय करने की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है.

मरवाही कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ब्लॉक मनोज गुप्ता का कहना है कि अधिकारी वर्ग केवल अपनी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये जिला मुख्यालय का चयन कर रहे हैं. जिले के भगौलिक स्थिति को ध्यान नहीं दिया जा रहा है. टीकरकला (गौरेला) में जिला मुख्यालय करने का हम पुरजोर विरोध करेंगे.