राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। यहां की खजुराहो सीट से गठबंधन प्रत्याशी के रूप में उतरीं सपा नेता मीरा यादव का नामांकन निरस्त कर दिया गया है। जिसके बाद सियासत भी शुरू हो गई है, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर ट्वीट कर इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। 

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अखिलेश ने ट्वीट पर आगे लिखा कि कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखने वाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साजिश रचते होंगे। अखिलेश ने कहा भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है और समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी। उन्होंने कहा कि इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है। 

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नामांकन निरस्त नहीं हुआ! निरस्त किया गया है- जीतू पटवारी 

खजुराहो लोकसभा से IndiaAllaince की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना लोकतंत्र की हत्या है! इसके लिए भी सिर्फ बीजेपी ही जिम्मेदार और पूरी तरह से जवाबदेह है! आश्चर्य का विषय है कि हस्ताक्षर नहीं थे, तो फिर जांच अधिकारी ने फॉर्म कैसे ले लिया? जो कैमरे के सामने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जीत को, हार बता सकती है, उसके लिए नामांकन फॉर्म में “खेल” करना, बाएं हाथ का खेल है। 

दरअसल ईमानदार/पारदर्शी चुनाव व्यवस्था से  भाजपा का भरोसा उठ गया है, इसलिए देश लोकतंत्र और संविधान की अवमानना का सबसे गंभीर दौर देख रहा है।  यह घटनाक्रम इसी तानाशाही का हिस्सा है। इससे पहले कि भारत में प्रजातंत्र की मौलिक परिभाषा ही बदल जाए, इस घटना की त्वरित और परिणामदायक उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी ही चाहिए. पर्चा निरस्त करने का “लोकतांत्रिक-अपराध” करने वाले तत्काल दंडित भी होना चाहिए। 

बता दें कि सपा ने पहले यहां से डॉ. मनोज यादव को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन बाद में उसे बदलकर मीरा यादव को यहां से चुनावी मैदान में उतारा था। इस क्षेत्र में नामांकन पत्र जमा करने का कल अंतिम दिन था। आज नामांकन पत्रों की जांच हुई। मीरा यादव का नामांकन निरस्त होने के बाद अब यहां से मुख्य तौर पर वीडी शर्मा ही एकमात्र प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। वे यहां से वर्तमान में सांसद भी हैं। ऐसे में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव नामांकन रद्द होने के बाद मीरा यादव के कोर्ट का रुख करने की बातें सामने आ रही हैं।

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