बिलासपुर। अमित जोगी की जाति और जन्म स्थान क्या है,  इसकी जांच सीबीआई से कराई जाए? बीजेपी नेता समीरा पैकरा की इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, राज्य सरकार और  पेंड्रा प्रशासन को नोटिस जारी किया है. 

इनसे इस मामले में 2 महीनों में जवाब मांगा गया है इस मामले को लेकर कोई सुनवाई में आज काफी गहमागहमी हुई. समीरा पैकरा का आरोप है कि अमित जोगी में तीन अलग-अलग जगहों पर अपना जन्म स्थान दिखाया है.

जोगी के खिलाफ नंदकुमार साय द्वारा दायर एक दूसरी याचिका को न्यायाधीश संजय अग्रवाल की बेंच ने सुनने से इंकार कर दिया और चीफ जस्टिस के पास यह कहते हुए रिफर कर दिया कि एक मामले में वे बतौर अधिवक्ता जोगी के पक्ष में पैरवी कर चुके हैं.
मरवाही से अमित जोगी से चुनाव हारने वाली भाजपा प्रत्याशी समीरा पैकरा और मरवाही विधानसभा इलाके के दो सौ परिवारों की ओर से हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी. याचिका में कहा गया था कि अजीत जोगी आदिवासी नहीं है और उनके पुत्र अमित जोगी ने तीन अलग अलग स्थानों से जाति और जन्म प्रमाण पत्र बनवाये हैं.
मामले की प्रारभिक सुनवाई के बाद आज हाईकोर्ट ने अजीत जोगी, अमित जोगी, अनुसूचित जनजाति आयोग, राज्य शासन सहित दस लोगों को नोटिस जारी कर 6 सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है.