मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के मंत्रियों और अफसरों को लेकर एक नया निर्देश दिया है. सीएम ने मंत्रियों और अधिकारियों को विभिन्न जिलों में अपने आधिकारिक दौरों के दौरान होटल की बजाय राज्य गेस्ट हाउस में ठहरने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने मंत्रियों को अपने निजी सचिव के तौर पर रिश्तेदारों को नियुक्त ना करने की हिदायत भी दी है.

राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों और सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा है कि वे जिलों में अपने दौरों के वक्त होटल की जगह राज्य गेस्ट हाउस में ठहरें. इसका उद्देश्य सरकार के पैसों की फिजूलखर्ची को रोकना है.

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लंच ब्रेक को लेकर दिया था ये निर्देश

दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने ये निर्देश दिए. साथ ही लंच टाइम को लेकर भी उन्होंने 30 मिनट से ज्यादा समय ना लेने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि आमतौर पर सरकारी दफ्तरों में लंच का समय डेढ़ से दो बजे तक होता है. लेकिन कुछ अधिकारी और कर्मचारी लंच ब्रेक में काफी समय लेते हैं. इस पर सीएम ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हिदायत दी है कि ये समय 30 मिनट से ज्यादा ना हो.

लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी- सीएम

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों और कर्मचारियों के देर से पहुंचने पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. साथ ही ये भी कहा है कि हर कार्यालय में सिटीजन चार्टर को प्रभावी रूप से लागू किया जाए. लेटलतीफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को कार्यालयों का लगातार औचक निरीक्षण करने को कहा गया है.