उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भोजपुरी ​स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जीत गए हैं. इस जीत के साथ वो भी सांसद बन ही गए हैं. मैदान में सपा से उतरे प्रत्याशी Dharmedra yadav को पटखनी दे दिया है. जो की अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं. हालांकि इस उपचुनाव में बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ Guddu Jamali की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता.

वहीं, अगर वोटिंग परसेंटेज की बात करें तो निरहुआ, धर्मेंद्र और जमाली में बहुत ज्यादा का अंतर नहीं दिखा है. निरहुआ को 34.39 फीसदी वोट मिले. धर्मेंद्र को 33.44 फीसदी, जबकि गुड्डू जमाली को 29.27 फीसदी वोट मिले हैं. खबरों के मुताबिक, जमाली के मैदान में होने से निरहुआ को काफी फायदा हुआ है. अगर जमाली मैदान में नहीं होते तो धर्मेंद्र आसानी से सीट निकाल लेते और अपने चचेरे भाई अखिलेश की नाक बचा लेते. बहरहाल सपा का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में बीजेपी ने अपना परचम लहराया है और इसी के साथ भोजपुरी के एक और स्टार ने संसद में अपनी जगह बना ली है.

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बता दें कि निरहुआ से पहले नॉर्थ इस्ट दिल्ली से जीतकर भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी संसद पहुंचे. फिर सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर से दूसरे भोजपुरी स्टार रवि किशन सांसद बन गए और अब तीसरे स्टार निरहुआ भी आजमगढ़ सीट से जीतकर सांसद बन गए हैं. अब से लोकसभा में अब तीन-तीन भोजपुरी स्टार नजर आने वाले हैं. बड़ी बात ये भी है कि तीनों ही सत्ताधारी पार्टी बीजेपी से ही हैं. फिल्म हो या राजनीति… तीनों की किस्मत भोजपुरी की बदौलत ही संवरी है और इस बात से तीनों स्टार भी इनकार नहीं करते हैं.

पूर्वांचल से आते हैं तीनों भोजपुरी स्टार

मनोज तिवारी

मनोज तिवारी, रवि किशन और निरहुआ, तीनों यूपी-बिहार के पूर्वांचल इलाके से आते हैं. मनोज तिवारी का जन्म 1973 में बिहार के एक छोटे से गांव अटरवालिया में हुआ था. 10 साल तक गायकी के बाद 2003 में भोजपुरी इंडस्ट्री में आए और फिर राजनीति में. लोकसभा चुनाव 2009 में सपा के टिकट पर योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर से चुनाव लड़नेवाले मनोज तिवारी यहां से हार गए. फिर वे बीजेपी में शामिल हो गए. पार्टी ने अध्यक्ष भी बनाया और नॉर्थ इस्ट दिल्ली से टिकट भी दिया. जिसमें मनोज ने जीत दर्ज कर संसद पहुंच गए.

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रवि किशन

वहीं, रवि किशन, उत्तर प्रदेश के जौनपुर से आते हैं. 1969 में जन्मे रवि किशन भोजपुरी इंडस्ट्री के अलावा बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री में भी सक्रिय रहते हैं. राजनीतिक करियर में पहले वे कांग्रेस से जुड़े थे, लेकिन फिर बीजेपी में शमिल हो गए. 2014 आम चुनाव में वे जौनपुर से हार गए थे. बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर से 2019 में उम्मीदवार बनाया गया और वे जीत दर्ज कर संसद पहुंच गए.

दिनेश लाल यादव निरहुआ

दिनेश लाल यादव निरहुआ का जन्म 1979 में गाजीपुर जिले में हुआ. वे भी भोजपुरी में गायकी के बाद फिल्मों में आए और लोकप्रिय हुए. आजमगढ़ से ही 2019 में चुनाव हारे पर अब 2022 में जीत गए.