नई दिल्ली. दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते रिटेल मार्केट में एंट्री के लिए वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट के साथ डील पक्की कर ली है. भारत की प्रमुख ई-कॉमर्स वेबसाइट और अमेरिका के प्रमुख रिटेलर वॉलमार्ट के बीच हुई इस डील की पुष्टि सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सन ने ट्विटर के जरिए की है. जानकारी के मुताबिक वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 फीसद हिस्सेदारी खरीदने के लिए करार किया है और यह डील दिसंबर तक पूरी होनी है.

फ्लिपकार्ट के साथ यह डील नकद और कर्ज के जरिए होगी. वॉलमार्ट दो और निवेशकों को अपने साथ जोड़ेगा. फ्लिफकार्ट के बिन्नी बंसल ने कहा कि वॉलमार्ट उनके लिए सबसे अच्छा पार्टनर है. वॉलमार्ट ने यह भी कहा है कि फ्लिपकार्ट को लिस्ट भी कराया जाएगा. यह डील 1600 करोड़ डॉलर की होगी. आपको बता दें कि इससे पहले अमेजन ने भी फ्लिपकार्ट को खरीदने के लिए अपना ऑफर रखा था, लेकिन फ्लिपकार्ट के बोर्ड ने उसे मंजूरी नहीं दी. जानिए इस डील से जुड़ी 10 बड़ी बातें…

दोनों कंपनियों के बीच हुआ यह सौदा करीब 1600 करोड़ डॉलर का है. वालमार्ट भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी में तकरीबन 77 फीसद की हिस्सेदारी खरीदेगी. यह डील दिसंबर तक पूरी होनी है.
वॉलमार्ट से डील के बाद भी अब फ्लिपकार्ट की बाकी की हिस्सेदारी सिर्फ बिन्नी बंसल के नेतृत्व में ही संचालित होगी.
फ्लिपकार्ट के दूसरे फाउंडर सचिन बंसल ने कंपनी में अपनी पूरी 5.5 फीसद की हिस्सेदारी बेचकर कंपनी से बाहर होने का फैसला लिया है.
फ्लिपकार्ट का 20 फीसद शेयरधारक जापान का सॉफ्टबैंक भी वॉलमार्ट को अपने शेयर बेचकर कंपनी से निकल जाएगा.
इस डील के बाद अब फ्लिपकार्ट को कैपिटल गेन टैक्स का भी भुगतान करना पड़ सकता है.
टाइगर ग्लोबल और अमेरिका की ही प्राइवेट इक्विटी फंड एसेल पार्टनर्स भी अपनी हिस्सेदारी बेच देंगे.
भारत में अपने विस्तार के लिए वॉलमार्ट 50 से 60 लाख किराना स्टोर्स से गठजोड़ करेगा और उन्हें मॉडर्न बनाएगा ताकि ये स्टोर्स वॉलमार्ट की पूरी आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बन जाएं.
वॉलमार्ट को भारत में खुदरा ऑनलाइन बाजार में अपने कदम रखने में मदद मिलेगी और वह यहां अमेजन के मुकाबला करना चाहेगी.
अमेजन ने भी फ्लिपकार्ट में 60 फीसद की हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की थी, लेकिन कंपनी का निदेशक मंडल वालमार्ट की पेशकश के पक्ष में था.
जानकारी के मुताबिक नैस्पर्स लिमिटेड, चीन की टेंसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड, ईबे इंक और माइक्रोसॉफ्ट, फ्लिपकार्ट में बने रहेंगे.