रायपुर। आज राखी गांव के 23 परिवारों के मकान तोड़ने के लिए NRDA की टीम पहुंची है. यहां सुबह से ही बिजली भी काट दी गई है. वहीं गांववाले धरने पर बैठे हुए हैं. बता दें कि विस्थापन के नियमों का पालन नहीं होने पर गांववाले विरोध कर रहे हैं.

इधर पुलिस और गांववालों के बीच जमकर झड़प हुई है, इसके कारण गांववाले काफी आक्रोश में हैं. वे अपने-अपने घरों के सामने धरने पर बैठ गए हैं.

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गौरतलब है कि इन 23 परिवारों की शिकायत ये है कि नया रायपुर विकास प्राधिकरण की ओर से गांव को उजाड़कर शहर बसाया जा रहा है. मिट्टी की जगह कंक्रीट और पक्की सड़क और मकान बनाए जा रहे हैं. वहीं राखी गांव के सैकड़ों परिवारों को विस्थापित कर 6 सौ वर्ग फीट वाले फ्लैटों में शिफ्ट कर दिया गया है.

शिफ्टिंग की इस कड़ी में अब गांव के भीतर ये 23 परिवार बाकी रह गए हैं, जिनके घरों को तोड़ने के लिए आज NRDA की टीम यहां पहुंची है.  उनका कहना है कि एनआरडीए ने सभी को मकान देने का वादा किया था. लेकिन एक परिवार में अगर 10 लोग सदस्य हैं, तो उन्हें भी 6 सौ वर्ग फीट के फ्लैट में भेजा जा रहा है. परिवार के कुछ सदस्यों के दुकानों को पहले ही तोड़ दिया गया है और आज ये लोग घर तोड़ने के लिए आए हैं. मुआवजे की प्रकिया भी ईमानदारी और वादे के मुताबिक पूरी नहीं हो रही है.