कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्यप्रदेश नर्सिंग एसोसिएशन के बैनर तले चल रही हड़ताल का आज तीसरा दिन है. जबलपुर में मेडिकल कॉलेज की नर्स एसोसिएशन ने शुक्रवार को पीपीई किट पहनकर मेडिकल अस्पताल परिसर में प्रदर्शन किया. नर्सों ने एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया, जिसमें प्रशासन का नर्सों के प्रति व्यवहार दर्शाने की कोशिश की. नर्सों ने आज भी काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.
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अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नर्सों ने कहा कि सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है. नर्सों के काम का उचित आंकलन नहीं किया जा रहा है. यदि जल्द ही सुनवाई नहीं होती है और हमारी मांगों को नहीं सुना जाता है तो 14 जून के बाद प्रदेश के सभी छह मेडिकल कॉलेजों की नर्स हड़ताल पर चली जाएंगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
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वहीं गुरुवार को पोस्टकार्ड अभियान चलाकर अपना विरोध सप्ताह जारी रहा. सेकेंड ग्रेड वेतन, कोरोना से मृत नर्सेस के परिजनों को नियमित नौकरी, कोविड ड्यूटी करने वाली संविदा नर्सेस की स्थाई नियुक्ति की मांग को लेकर एसोसिएशन आंदोलनरत हैं. अपनी 9 सूत्रीय मांगे पूरी नहीं होने से नाराज नर्सेस ने पोस्टकार्ड में अपनी मांगें लिखकर मुख्यमंत्री के नाम भेजा है. इससे पहले बुधवार को नर्सेस ने जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की थी. काली पट्टी बांधकर काम करते हुए विरोध प्रकट किया था. एसोसिएशन की अध्यक्ष हर्षा सोलंकी के अनुसार यदि सरकार ने जल्दी मांगों पर विचार नहीं किया तो 14 जून के बाद कभी भी प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेज की नर्सेस हड़ताल पर चली जाएंगी.
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