जम्‍मू कश्‍मीर. पाकिस्‍तान आर्मी की स्‍पेशल फोर्सेज और लश्‍कर-ए-तैयबा के आतंकी इंडियन आर्मी के खिलाफ एक बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिशों में हैं. इंडिया टुडे की ओर से जारी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाक सेना और लश्‍कर के आतंकी एलओसी पर स्थित इंडियन आर्मी की पोस्‍ट्स पर बड़ी सर्जिकल स्‍ट्राइक को अंजाम देने की कोशिशों में लगे हुए हैं. रिपोर्ट में सेना की इंटेलीजेंस यूनिट के हवाले से यह जानकारी दी गई है. आपको बता दें कि 31 दिसंबर को पाक की बॉर्डर एक्‍शन टीम (बैट) के एक प्रयास को सेना ने एलओसी पर फेल कर दिया था.

  • पाक कमांडोज ने बनाईं टीमें

सेना की इंटेलीजेंस यूनिट से जुड़े सूत्रों ने रिपोर्ट में बताया है, ‘पाकिस्‍तान आर्मी के स्‍पेशल सर्विसेज ग्रुप (एसएसजी) के कमांडोज ने छोटी टीमें बना ली हैं. साथ ही साथ लश्‍कर-ए-तैयबा के आतंकी भी राजौरी और पुंछ सेक्‍टर में सक्रिय हैं.’ सेना ने 31 दिसंबर को जम्‍मू कश्‍मीर के कुपवाड़ा जिले में तहत आने वाले नौगाम सेक्‍टर में दो पाक घुसपैठियों को ढेर किया था. दोनों घुसपैठिए बैट से जुड़े थे और सेना ने बताया था कि इन्‍हें पा‍क मिलिट्री की मदद हासिल थी. साल 2018 में पाकिस्‍तान की तरफ से यह दूसरा प्रयास था. सेना के मुताबिक आतंकियों के पास ऐसे हथियार थे कि उनसे छोटा युद्ध तक लड़ा जा सकता था. घुसपैठिए, एलओसी के पास स्थित घने जंगलों की सहायता से दाखिल होने की फिराक में थे. उन्‍होंने पाकिस्‍तान मिलिट्री की तरह कपड़े पहने थे और उनके पास से जो सामान बरामद हुआ है, उस पर पाकिस्‍तानी मार्किंग थी.

  • साल 2017 में बैट ने किए पांच प्रयास

नौगाम में सेना को मारे गए घुसपैठियों के पास से दो एके-47 राइफल, 480 राउंड का गोला-बारूद, तीन वॉकीटॉकी सेट, दो आईईडी, कैमरा और पेट्रोल बॉटल्‍स मिली थीं. 23 फरवरी 2018 में भी पाक आर्मी की मदद से बैट ने एलओसी पर भारतीय जवानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. साल 2017 में पाकिस्‍तान की बैट ने एलओसी पर पांच असफल प्रयास किए थे. फरवरी में जो हमला हुआ था उसमें किसी की मौत नहीं हुई थी लेकिन 2017 में सेना ने सात पाक घुसपैठियों को ढेर किया तो दो भारतीय जवान भी शहीद हुए थे.

  • रोजाना आतंकियों के साथ मुठभेड़

इन सबसे अलग आए दिन घाटी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ का सिलसिला भी जारी है. गुरुवार को भी दक्षिण कश्‍मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर किया था. कई घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर करने में सफलता हासिल की. आतंकी जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े बताए गए. पुलवामा में पिछले करीब 10 दिनों से आए दिन सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर हो रहे हैं. यहां पर 28 दिसंबर को सुरक्षाबलों ने लश्‍कर के एक आतंकी को ढेर किया था तो इसके अगले ही दिन चार आतंकी मारे गए थे. इससे पहले 22 दिसंबर को पुलवामा में छह आतंकी मारे गए थे.