लखनऊ। उत्तर प्रदेश की शैक्षणिक राजधानी इलाहाबाद में संविधान रचयिता बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति हटाने के खिलाफ लोग एकजुट हो गए हैं।
दरअसल, इलाहाबाद के हाईकोर्ट चौराहे पर स्थित अंबेडकर प्रतिमा बचाने के लिए कई संगठनों के लोगों ने एकजुटता प्रदर्शित करते हुए जमकर नारेबाजी की। अंबेडकरवादियों ने संकल्प लिया कि वह चौराहे के सुंदरीकरण के नाम पर प्रतिमा इंच भर भी हिलने नहीं देंगे। उधर, जिला प्रशासन और पीडीए के अफसरों की सद्बुद्धि के लिए मंदिर में प्रार्थना की गई। वकीलों ने आंदोलन के तहत सुंदरकांड का पाठ किया और विश्व शांति की कामना की।
इस मामले में भीम आर्मी भी कूद पड़ी है। इसके नेताओं ने चौराहे के सुंदरीकरण के नाम पर अंबेडकर प्रतिमा को हटाने की योजना का कड़ा विरोध किया। हाथों में अंबेडकर प्रतिमा बचाने वाली तख्तियां लेकर लोगों ने चौराहे पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब सारे महापुरुषों की प्रतिमाएं चौराहों पर ही हैं तो फिर बाबा साहेब की प्रतिमा को क्यों हटाया जा रहा है। इस प्रतिमा की स्थापना वर्ष 1972 में तत्कालीन उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम के हाथों की गई थी।