सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. प्रदेश में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है. हर रोज नए मामले में बढ़ोत्तरी हो रही है. इसके बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं, जिसका खामियाजा लोगों को जान देकर चुकाना पड़ रहा है.

बता दें कि प्रदेश में 1 जनवरी से 22 जनवरी के बीच 115 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है, जिसमें से 87 मरीजों ने वैक्सीन नहीं लगवाया था, 87 में दो दर्जन से ज्यादा एक डोज ही लगवाए थे.

स्टेट देथ रिव्यू कमेटी के सदस्य डॉक्टर OP सुंदरानी ने बताया कि कोरोना को लोग बहुत हल्के में ले रहे हैं. सर्दी, खांसी और बुखार समझकर खुद दवा लेकर सेवन कर रहे हैं. हालात बिगड़ने के बाद हॉस्पिटल पहुँच रहे हैं. लोगों को यह पता नहीं होता कि किसको कौन सा संक्रमण है. डेल्टा वेरिएंट लोगों के लिए घातक साबित हो रहा है.

हम सब जानते हैं कि कोरोना पर एक ही हथियार कारगर है वो है वैक्सीन, लेकिन बड़ी लापरवाही यह देखने को मिल रही है कि लोग वैक्सीन ही नहीं लगवा रहे हैं. 76 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं, जिनकी मौत हुई है, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी. इसमें से कुछ लोगों ने पहला डोज लगवाया था.

कोरोना से उन मरीजों की मौत ज्यादा हो रही है, जो 60 साल से ऊपर हैं और कैंसर, किडनी खराब होने जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. हालांकि कुछ ऐसे भी मौत के मामले सामने आए हैं, जिनको वैक्सीन की दोनों डोज लग गई थी.

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