इंदौर। बांग्लादेश प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर भारत में बवाल मचा हुआ है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस पर टिप्पणी करने के बाद माफी भी मांग ली, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मोदी की टिप्पणी पर युवक कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और विधि छात्र जयेश गुरनानी ने सूचना के अधिकार के तहत ऑनलाइन आवेदन देकर जानकारी मांगी है.

दरअसल, बांग्लादेश की 50 वीं स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बांग्लादेश यात्रा पर गए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां की आजादी के लिए संघर्ष करते हुए 20 या 22 वर्ष की आयु में जेल जाने की बात कही थी. भारत के इतिहास में घटना का उल्लेख दर्ज है अथवा नहीं कि जिज्ञासा और सत्यता जानने विधि छात्र ने जानकारी चाही है.

विधि के छात्र गुरनानी ने बताया कि भारत का इतिहास संघर्षपूर्ण रहा है. स्वतंत्रता संग्राम के कई महापुरुषों का इतिहास और उनके संघर्षों की जानकारी सार्वजनिक है. वहीं बांग्लादेश की आजादी के संघर्ष में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जेल यात्रा का उल्लेख सार्वजनिक नहीं होने के कारण असमंजस की स्थिति है. इस संबंध में वास्तविक जानकारी सार्वजनिक की जाना चाहिए. उन्होंने उम्मीद जताई है कि भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा चाही गई जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.

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उन्होंने आवेदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित आयु 20-22 वर्ष में जेल यात्रा के संबंध में एफआईआर की कापी, लगाए गए चार्ज सहित 5 बिंदुओं में उनके विरुद्ध मुकदमे की जानकारी मांगी है. युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता द्वारा लगाए गए आवेदन को लेकर कई तरह की राजनीतिक अटकलें लगाई जा रही हैं. लोगों द्वारा इस मामले को कांग्रेस हाईकमान की विशेष रणनीति के तहत जोड़कर देखा जा रहा है.

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