कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के नकली रेमडीसीवीर इंजेक्शन मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही हैं. इस मामले में शुक्रवार को एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ कि अस्पताल में जिन मरीजों को नकली इंजेक्शन लगाए गए थे, उसमें से 9 मरीजों की मौत हो गई. वहीं अस्पताल में 200 से ज्यादा मरीजों को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए गए हैं.

बता दें कि इस मामले में भोपाल की टीम ने परिवार सदस्यों के मोबाइल और अस्पताल के कंप्यूटर की जांच की है. इस दौरान ये जानकारी सामने आई कि आरोपी मोखा ने अपने कंप्यूटर की हार्ड डिस्क से छेड़छाड़ की है. साथ ही मोखा ने कई दस्तावेज भी गायब कर दिया है. जिसके बाद पुलिस अब सिटी अस्पताल के अकाउंट की जांच पड़ताल करेगी.

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इस मामले में पुलिस का कहना है कि जेल में बंद सरबजीत सिंह मोखा की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे रिमांड पर लेकर फिर से पूछताछ की जाएगी. वहीं पुलिस मोखा के सिटी अस्पताल का लाइसेंस रद्द कराने के लिए सरकार को पत्र लिख सकती है.

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