रायपुर. कोरोनाकाल में घर में मौजूद बच्चों के स्वस्थ्य जीवन के लिए ये बड़ी खबर है. प्रदेशभर में पल्स पोलियो अभियान 17 से 19 जनवरी 2021 के बीच आयोजित किया जाएगा.

इस दौरान शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को दो बूंद जिंदगी की यानी पोलियो की दवा पिलाई जाएगी. इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है जिसके तहत टीकाकरण केंद्रों में 17 जनवरी को बूथ पर व 18 और 19 जनवरी को घर- घर जाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी ताकि कोई भी बच्चा दवा पीने से वंचित न रहे.

ये खबर जरूर पढ़े- Youtube से करनी है कमाई तो अपनाएं ये ट्रिक्स

स्वास्थ्य विभाग ने ऑनलाइन बैठक आयोजित कर जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी को पल्स पोलियो अभियान के बारें में अभी से प्रचार-प्रसार की गतिविधियों को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं. तीन दिनों तक चलने वाले पल्स पोलियो अभियान को लेकर सभी ब्लॉक में माइक्रो प्लान तैयार कर 5 साल तक के बच्चे को पोलियो उन्मूलन से जोड़ा जाएगा . माइक्रो प्लान के तहत ही टीकाकरण का अभियान बूथ स्तर पर चलेगा.

ये खबर पढ़े और जाने कौन ये छत्तीसगढ़ की चाय वाली चाची

 

राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ अमर सिंह ठाकुर ने बताया, “प्रदेश के 35 लाख बच्चों को दवाई पिलाने के दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का ख्याल रखा जाएगा. प्रदेश में एक राउंड पोलियो टिकाकरण चलाने के लिए लक्ष्य से मुंबई डिप्पो से 10 प्रतिशत अधिक 45 लाख डोज़ स्टोर कर लिया गया है. डॉ ठाकुर ने बताया , राज्यभर के 680 जिला अस्पतालों, सिविल अस्पतालों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के कोल्ड चैन में 45 लाख डोज़ स्टोर कर लिया गया है. बचाव से संबंधित उपायों का पालन करते हुए स्वास्थ्यकर्मी दवा पिलाएंगे और खुद के साथ-साथ दूसरों का भी कोविड-19 से सुरक्षा का ख्याल रखेंगे. 17 से 19 जनवरी 2021 तक चलने वाले पल्स पोलियो अभियान को लेकर राज्य स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की वर्चुवल मीटिंग जल्द ही आगामी एक दो दिनों में आयोजित की जाएगी. बैठक में रणनीति तैयार कर विभागीय पदाधिकारियों, सभी जिला टीकाकरण अधिकारी व अन्यकर्मियों के लिए आवश्यक दिशानिर्देश जारी किया जाएगा”.

Hot तस्वीरें देखने का मन हो तो यहां जरूर करें क्लिक

पल्स पोलियो अभियान के तहत एक भी बच्चा नहीं छूटे, इसके लिए विभाग द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही है. दरअसल, एक भी बच्चा छूटने पर वायरस फैलने का प्रबल संभावना रहता है. इसको लेकर प्रदेश के चौक-चौराहे, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर दवा पिलाने 30,000 टीम कर्मियों की तैनाती की जाएगी.