चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सीएम फेस और सांसद भगवंत मान ने शनिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मान ने उम्मीद जताई कि उन्हें लोगों का प्यार मिलेगा. उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता बदलाव चाहती है. भगवंत मान ने संगरूर जिले की धुरी विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस समय वो संगरूर के लोकसभा सदस्य हैं. संगरूर के सातोज गांव में 1973 में पैदा हुए भगवंत मान ने अपना करियर एक कॉमेडियन के रूप में शुरू किया था. भगवंत का टीवी शो ‘जुगनू मस्त-मस्त’ काफी लोकप्रिय था. वो कॉमेडी छोड़कर 2011 में राजनीति में आ गए थे. आप में आने से पहले वो मनप्रीत सिंह बादल की पंजाब पीपुल्स पार्टी में थे. उन्होंने 2012 का चुनाव लहरागागा विधानसभा सीट से लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

AAP के CM फेस भगवंत मान ने अपने गले में डाले हार निकालकर डॉ अंबेडकर की प्रतिमा को पहनाए, SC कमीशन ने शुरू की जांच

 

इसके बाद उन्होंने 2014 में आम आदमी पार्टी का रुख किया. आप ने उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में संगरूर सीट से टिकट दिया. वो इस चुनाव में जीते भी. भगवंत मान की पंजाब की राजनीति में महत्व उस समय से बढ़ गया, जब उन्होंने वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींढसा को हरा दिया. ढींढसा शिरोमणि अकाली दल में थे. भगवंत मान संगरूर लोकसभा सीट से 2014 और 2019 में चुनाव जीत चुके हैं. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटें जीती थीं. आम आदमी पार्टी 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. वहीं शिरोमणि अकाली दल के हिस्से में 18 सीटें आई थीं. इस बार पंजाब में मतदान 20 फरवरी को कराया जाएगा. मतगणना एक साथ 10 मार्च को कराई जाएगी.

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इधर पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के CM फेस भगवंत मान लगातार विवादों में फंस रहे हैं. पहले तो वे कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन के कारण विवादों में फंसे थे और बाद में उन्होंने जालंधर के नकोदर में डोर टू डोर सर्वे के दौरान अपने गले में पहने हार निकालकर बाबा साहब डॉ अंबेडकर की प्रतिमा को पहना दिए. इसे संविधान निर्माता डॉ बीआर अंबेडकर का अपमान बताया गया. डॉ अंबेडकर की बेअदबी के मामले का मामला अब नेशनल SC कमीशन तक पहुंच गया. आयोग ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है. हालांकि आप समर्थक इसे एडिटेड वीडियो बता रहे हैं, लेकिन पार्टी की तरफ से अभी इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.