हेमंत शर्मा, रायपुर। निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता से संबद्धता को लेकर चर्चा में बने एमजीएम हॉस्पिटल में बुधवार को ईओडब्ल्यू के साथ पीडब्ल्यूडी की टीम नापजोख के लिए पहुंची थी. अस्पताल प्रबंधन के बिना सर्च वारंट और एफआईएर के जांच करने पर आपत्ति जताई, जिसके बाद टीम बिना कार्रवाई के बैरंग वापस लौट गई.

एमजीएम हॉस्पिटल के वकील नवीन आहूजा ने बताया कि टीम में 10 से 15 लोग थे, उनमें से एक महिला भी थी. उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी की ओर से अस्पताल की नाप-जोख करने और तलाशी लेने के लिए आए हैं. मैने उनसे पूछा कि यह सब किसके आदेश पर कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि ईओडब्ल्यू और एसीबी की ओर से एक चिट्ठी जारी हुई है. हमने उन्हें कहा कि वे बिना किसी पूर्व सूचना के पहुंचे हैं, अस्पताल में मरीज मौजूद हैं, और कई प्रकार की दिनभर जांच होती है, उन्हें असुविधा होगी. अगर किसी की जांच करने जाते हैं तो उन्हें पूर्व में सूचना देनी पड़ती है. उन्होंने हमें कोई चिट्ठी नहीं दिखाई.

वकील ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार है, और था, जितने लोग आए थे, उनसे उनका पद पूछा गया, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया और वे अस्पताल से वापस चले गए. अगर बिना किसी सूचना के आएंगे तो मरीजों को नुकसान हो सकता है.