रायगढ़. आजकल अक्सर लोग घर में बोरियत की बात करते हैं या फिर क्वारनटीन सेंटर में जाने से कतराते हैं क्योंकि वहां ज़िन्दगी तनहा होती है और समय काटना मुश्किल.

कुछ ऐसा ही चंदर कुमार कंवर को भी लगा होगा जब वह रायगढ़ में बंसीवत क्वारनटीन केंद्र में चार दिन पहले पहुंचे. पेशे से लैब तकनीशियन, चंदर कुमार कोरबा जिले में लम्बे समय तक ड्यूटी पूरी कर गृह जिला लौटे थे लेकिन प्रोटोकॉल के कारण उनको 14 दिन अलग ही रहना है.

कोरबा प्रदेश का कोरोना वायरस से सबसे प्रभावित जिला है. चंदर कुमार, जो रायगढ़ के चापले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रमें कार्यरत है, को वहां ड्यूटी पर भेजा गया था जिसे पूरी करके वह वापस लौटे हैं.

जिला मानसिक कार्यक्रम के अंतर्गत क्वारनटीन किये गए व्यक्तियों की काउंसलिंग की जाती है ताकि उन्हें मानसिक परेशानी न हो. चंदर कुमार की भी काउंसलिंग अतीत राव, परामर्शदाता और  कोरोना वायरस की प्रिवेंशन और कंट्रोल टीम के सदस्य, ने की जिस दौरान पता चला चंदर कुमार को लिखने का शौक है.  श्री राव  ने चंदर कुमार को लिखने के लिए प्रेरित किया जिसके परिणाम स्वरुप उन्होंने यह कविता लिखी:

वक़्त नूर को बेनूर कर देता है, थोड़े से ज़ख्म को नासूर कर देता है.

कौन चाहता है अपनों से जुदा होना, पर वक़्त सबको मजबूद कर देता है.

आज भीगी हैं पलकें किसी के याद में, आंसू सिमट गए अपने आप में,

उनकी बूँद ऐसे बिखरे ज़मीन परम मानो चाँद भी रोया हो उनकी याद में.

बिखरे रिश्तों को कोई रूप देदो, खिलते फूलों को थोड़ी धुप दे दो,

आपकी याद आई तो sms किया हमने, आप भी हमारी याद आने का सबूत दे दो.

आँखों से पूछो दिन की कहानी क्या है, तन्हाई से पूछो आहात का अहसास क्या है.

सपने तो हर कोई देखता है, हर सपने से पूछो ज़िन्दगी की हकीकत क्या है.

श्री राव का कहना है क्वारनटीन कीअवधि में समय बिताना काफी कठिन महसूस होता है क्योंकि आपके पास करने को कुछ ख़ास नहीं होता और आप दूसरों से मिल भी नहीं सकते. ऐसी परिस्थितियों में परामार्श के दौरान यदि क्वारनटीन किये गए लोगों की विभिन्न सूचियों पर ध्यान देकर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए तो अकेलेपन में समय बिताना आसान हो सकता है.

क्वारनटीन किये गए व्यक्ति में बेचैनी, घबराहट, एवं अवसाद के लक्षण मिलना आम बात है. ऐसे में परामर्श के दौरान उनके पसंद की चीज़ों पर बात कर उनका हौसला बढ़ाया जाए तो उनमें सकारात्मक मानसिकता बनाये रखना सहजता होती है.