रायपुर. एक बार फिर कांग्रेस ने कथित सेक्स सीडी कांड और अंतागढ़ उपचुनाव टेप कांड को लेकर सरकार सहित सीबीआई को आड़े हाथों लिया है. इस बार कांग्रेसियों ने कांग्रेस भवन में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अंतागढ़ उपचुनाव टेप कांड से जुड़ी सीडी को हवा में लहराते हुए सरकार को चुनौती दी कि अब इस सीडी को लहराने पर भी वो हमारे खिलाफ एफआईआर दर्ज कराये और इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल सहित पीसी में मौजूद नेताओं ने सीडी हवा में लहराते हुए कहा कि यदि कथित सेक्स सीडी कांड की सीडी लहराने पर मेरे खिलाफ मामला दर्ज़ हो सकता है, सीबीआई जांच बैठाई जा सकती है, तो अब हमने अंतागढ़ की सीडी को अपने हाथ में लहराया है, अब अंतागढ़ उपचुनाव टेप कांड मामले में भी सीबीआई जांच बैठाये साथ ही हम सब पर भी एफआईआर दर्ज करें.

बघेल ने सीएम डॉ रमन सिंह को खुली चुनौती दी कि लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले मामले की भी सीबीआई जांच की जायें. भाजपा के बयान पर भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को कैसे पता कि सीबीआई मुझे गिरफ्तार करने वाली है, इससे साफ है कि सीबीआई सरकार के इशारे पर काम करती है.

अंतागढ़ उपचुनाव क्यों था विवादों में
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में राज्य का अंतागढ़ उपचुनाव उस समय सुर्खियों में आया था, जब अंतागढ़ सीट के लिए मंतूराम पंवार कांग्रेस की तरफ से अधिकृत प्रत्याशी बनाए गए थे. लेकिन पवार ने नामांकन दाखिल करने के बावजूद पार्टी को सूचना दिए बगैर ऐन वक्त पर विधायक का चुनाव लडऩे से इनकार करते हुए अपना नाम वापस ले लिया था. इसके बाद खरीद-फरोख्त के आरोप लगे और इसका एक टेप भी सामने आया था.इस टेप के जारी होने के बाद छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में सियासी घमासान मच गया था, जिसका सीधा असर कांग्रेस पार्टी में  फूट के रूप में दिखा. इस टेपकांड विवाद को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई. इसका परिणाम यह हुआ कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर अपनी नई पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का गठन कर लिया था.