दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। एक तरफ पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो वहीं दूसरी तरफ आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसे देख दिल कांप उठेगा। जी हां जहां डिंडोरी जिला चिकित्सालय से मृतक घोषित व्यक्ति को सरकारी एम्बुलेंस की मदद से गांव तक भेजा गया, पर गांव को दूसरे गांव से जोड़ने नदी पर बारिश के चलते बाढ़ आई हुई थी। ग्रामीणों ने मृतक के शव को ट्यूब पर रखकर तैरते अपनी जान जोखिम में डाल गांव लेकर पहुंचे और तब जाकर मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सका।

जानकारी के अनुसार वीडियो अनूपपुर और डिंडोरी जिला के बीच नर्मदा नदी का बताया जा रहा है, जहां अनूपपुर जिला के ग्राम ठाड़पथरा एवं डिंडोरी जिला के बजाग जनपद क्षेत्र की ग्राम पथरकूचा के बीच नर्मदा नदी बहती है। जहां बाढ़ आने से ऐसे हालात बने है।अनूपपुर जिला के ठाड़पथरा निवासी 55 वर्षीय विशमत नंदा को दिल का दौरा पड़ने पर इलाज के लिए नजदीकी डिंडोरी जिला चिकित्सालय परिजन व ग्रामीण लेकर पहुंचे। नर्मदा नदी में बाढ़ के चलते उन्हें ट्यूब का सहारा लेना पड़ा था, लेकिन परिजन उन्हें बचा नहीं सके। जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान रविवार को दोपहर उसने दम तोड़ दिया। सरकारी एम्बुलेंस की मदद से मृतक के पार्थिक शरीर को बजाग जनपद क्षेत्र के ग्राम पथरकूचा तक लाया गया,जहां से बाढ़ग्रस्त नर्मदा नदी को ट्यूब के सहारे परिजन व ग्रामीण तैरकर गांव ठाड़पथरा लेकर पहुंचे और मृतक विशमत नंदा का अंतिम संस्कार किया।

ग्रामीणों की मांग है कि हर बारिश में ऐसे हालात बनते है जिसके चलते ठाड़पथरा के ग्रामीणों को इलाज सहित दूसरी आवश्यकता के लिए एक मात्र मार्ग से आवागमन करना पड़ता है, जहां पर पुल बनाया जाए ताकि आगामी समय में ऐसी परेशानियों का सामना ग्रामीणों को न करना पड़े।

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