प्रतीक चौहान. 1990 में दंगों के बाद कई कश्मीरी पंडित जम्मू-कश्मीर छोड़ने को मजबूर हो गए. इस पर एक फिल्म पिछले दिनों काफी चर्चा में रही. जिसका नाम है द कश्मीर फाइल्स… लेकिन आज हम आपको एक ऐसे ही कश्मीरी पंडित के बारे में बताने वाले है, जिन्हें कुछ दबंग अब रायपुर से भगाना चाह रहे हैं और वे अब इतने परेशान हो गए हैं कि वे न्याय न मिलने पर मौत को गले लगा लेने की बात कर रहे हैं.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं राजधानी रायपुर के विनोद शर्मा की, जो कश्मीर से निकलने के बाद ये परिवार 1994 तक दिल्ली और फिर रायपुर आ गया. यहां उनके पिता श्याम लाल और भाई राजेश शर्मा के साथ उन्होंने कार एसेसरीज की दुकान किराये से ली. वर्षों किराये की दुकान में दुकान चलाने के बाद राजकुमार कॉलेज के सामने एक दुकान करीब दो वर्ष पहले उन्होंने लोन से खरीदी, लेकिन अब वहां एक बड़ा मॉल बन रहा है.

विनोद शर्मा का दावा है कि मॉल में हुए कंस्ट्रक्शन और खुदाई की वजह से उनकी दुकान में दरार आ गई. इसलिए उन्होंने उसे ठीक करने के लिए रिपेरिंग का काम शुरू किया और ढ़लाई करने की तैयारी उन्होंने की. लेकिन उनकी दुकान मॉल के पास में है. इसलिए कुछ दबंग उनपर दुकान बेचने का दबाव डाल रहे हैं. उन्हें ये धमकी दे चुके हैं कि यदि वे दुकान नहीं बेचेंगे तो उनका एक्सीडेंट भी हो सकता है. इस संबंध में पीड़ित ने सरस्वती नगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है. बता दें कि राजधानी रायपुर में कुछ दिनों पहले ही एक ऐसा ही मामला आया था. जिसमें तेलीबांधा थानाक्षेत्र में एक जीएसटी रिटायर्ड कर्मचारी ने सुसाइड कर लिया था और फिर बाद में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. जिसके बाद आरोपियों का पता बताने वाले को रायपुर एसएसपी ने 20 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया था.

राजभवन में भी भेजी शिकायत

पीड़ित ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया है कि उन्होंने न्याय के लिए राजभवन भी मेल कर अपनी शिकायत दर्ज कराई है. वहां से उन्हें पहले पुलिस से शिकायत करने की बात कही गई.

निगम ने 15 दिन में भेजा 3 नोटिस

वहीं नगर निगम का आलम ये है कि उक्त कंस्ट्रक्शन के ठीक पीछे जहां मॉल बन रहा है. वो पास नक्शे के हिसाब से नहीं है. जबकि उक्त कश्मीरी पंडित ने निर्माण से पहले नगर निगम से नक्शा पास करवाने का आवेदन जनवरी में दिया. वहां से उन्हें कोई अनुमति भी नहीं मिली. चूंकि दुकान में दरार काफी पड़ चुकी थी, इसलिए उन्होंने रिपेरिंग का काम चालू कर दिया. जिसके बाद अब पिछले 15 दिनों में उन्हें 3 नोटिस दी गई है.

कश्मीरी पंडित का दावा है कि निगम अधिकारियों को वे इस नोटिस का जवाब भी लिखित में दे चुके है. लेकिन बावजूद इसके वे हर बार ये नोटिस देते है कि उन्हें नोटिस का कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ.

पीड़ित का दावा है कि उनके दुकान का रिपेरिंग काम रुकवाने और उसे तुड़वाने के लिए कुछ बड़े लोगों ने नगर निगम के बड़े अधिकारियों से सीधा संपर्क किया है.

शिकायत मुझे प्राप्त हुई है. शिकायत पत्र के आधार पर पूरे मामले की जांच कराई जार ही है.

टीआई, थाना सरस्वती नगर