रायपुर। यूं तो पक्ष-विपक्ष में अक्सर ही रार और तकरार होते ही रहता है, जिसमें राजनीतिक दल एक दूसरे के कामकाज या मुद्दों को लेकर बयानबाजी करते रहते हैं. लेकिन अगर मौसम चुनाव का हो तो हर बयान को भुना कर वोटों के ध्रुवीकरण किये जाने की सियासत भी चरम पर होती है. छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा दिया गया एक बयान नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के लिए मुसीबत का सबब बनते नजर आ रहा है. कांग्रेस सरकार के एक साल के कार्यकाल को लेकर दिये पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा दिये गए बयान को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने रमन सिंह के बयान को छत्तीसगढ़ की अस्मिता से जोड़ते हुए संस्कृति के खिलाफ बताया. मंत्री रविन्द्र चौबे ने प्रेस कान्फ्रेंस लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत से रमन सिंह को कोई लेना देना नहीं है.

उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय का चुनाव आखिरी चरण पर है. दोनों पार्टियों की ओर से प्रचार किये जा रहे हैं. प्रचार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री का बयान सुनने को मिला. दुर्भाग्य है कि जो 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे वो इस चुनाव में अनर्गल बातें कर रहे हैं. बदहवासी की मानसिकता से रमन सिंह उबर नही पा रहे हैं. आरोप-प्रत्यारोप चलता रहता है लेकिन जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ की संस्कृति के खिलाफ उन्होंने बयान दिया है उसके लिए जनता उन्हें माफ नहीं करेगी. 15 साल मुख्यमंत्री रहने बाद भी उन्होंने संस्कृति की रक्षा नहीं की, इसके लिए हम घोर निंदा करते हैं.

चौबे ने कहा कि रमन सिंह मुख्यमंत्री को लगातार लबरा कह रहे हैं. लबरा तो रमन सिंह है जो अपने वादे पूरे नहीं किये. मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के त्योहारों पर छुट्टी दी तो उनको दर्द क्यों हो रहा है. सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाले रमन सिंह हैं. किसानों को बोनस देने का झूठा वादा उन्होंने अपनी सरकार में किया था. लबरा और झूठा कौन इस चुनाव में जनता इस बात को साबित करेगी. जनता का विश्वास मुख्यमंत्री के ऊपर है. घोषणापत्र के वादे को हमने पूरा किया. भौरा चलाना, गेड़ी चढ़ना, सोटा खाना छत्तीसगढ़ की परंपरा है. जमीनों को वापस करने का ताकत अगर किसी में है तो वो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल में है.

रविन्द्र चौबे ने कहा कि रमन सिंह के कार्यकाल में एक भी काम मूर्तरूप नहीं ले सका. सीएम ने सराफा व्यापारियों को ध्यान में रखते हुए ज्वेलरी पार्क बनाने की घोषणा की. किसानों के लिए सरकार लगातार काम रही है. आने वाले समय में दुगुना सिंचाई क्षमता सृजन करने की तैयारी है. सीएम भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की संस्कृति को तरजीह दे रहे हैं तो रमन सिंह के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. रमन सिंह छत्तीसगढ़ की परंपराओं के खिलाफ लगातार बयान देकर छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान कर रहे हैं. नगरीय निकाय में कांग्रेस की बंपर जीत होगी. 80 प्रतिशत जगहों पर कांग्रेस की जीत होगी.  छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत से रमन सिंह को कोई लेना देना नही है. मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने वालों को अब मुहं की खानी पड़ेगी.

प्रेस कान्फ्रेंस में मौजूद मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि 15 साल में रमन सिंह की सरकार ने काम के नाम पर सिर्फ पैसे की बर्बादी की. जो काम शहरी क्षेत्र में 15 साल में नहीं किया वो हमने एक साल में कर दिया. हमने शहरी क्षेत्र के लोगों को पट्टा देने का एलान किया है. कई जगहों पर पट्टो का वितरण हो चुका है. यह हमारी सरकार का महत्वपूर्ण निर्णय है. गरीबों को पट्टा देने का काम सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है. पूर्व सरकार ने ऐसे काम किये जो गुणवत्ताहीन थे.

आपको बता दें भूपेश सरकार के एक साल पूरा होने पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने निशाना साधते हुए कहा था कि गेड़ी चढ़ने और सोटा मरवाने से काम नहीं होता, काम विजन से होता है.

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