दिल्ली. मनी लॉन्ड्रिंग केस में राबर्ट वाड्रा की मुश्किल बढ़ गई है। उन्हें अपनी गिरफ्तारी का डर सता रहा है। उस डर से निजात पाने के लिए उन्होंने अदालत की तरफ रुख किया है।  इस मामले में राबर्ट वाड्रा के करीबी सहयोगी मनोज अरोड़ा को कुछ राहत मिली है। अदालत ने मनोज अरोड़ा की गिरफ्तारी की रोक के समय को 6 फरवरी तक बढ़ा दी है।

वाड्रा की तरफ से पटियाला हाउस कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई गई है। इस मामले की सुनवाई शनिवार को सुबह 10 बजे होगी। मनी लॉन्ड्रिंग केस में वाड्रा के सहयोगी मनोज अरोड़ा के खिलाफ केस पहले से ही चल रहा है। मनी लॉन्ड्रिंग का मुद्दा लंदन स्थित एक प्रापर्टी से जुड़ा है।इस संबंध में मनोज अरोरा का कहना है कि वो वाड्रा के यहां नौकरी कर रहा था। उसके ऊपर वाड्रा का नाम लेने के लिए बेजा दबाव बनाया गया।

मनोज अरोड़ा ने अदालत के सामने आरोप लगाया था कि  राजनीतिक प्रतिशोध’ की वजह से एनडीए सरकार ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है। ये बात अलग है कि प्रवर्तन निदेशालय ने मनोज अरोड़ा के आरोप को बेबुनियाद बताया। ईडी के अधिकारियों ने अदालत में दलील देते हुए कहा था कि ये विचित्र बात है कि जब कोई शख्स किसी राजनीतिक हस्ती से जुड़ा होता है तो उसे अपने खिलाफ कार्रवाई में राजनीतिक प्रतिशोध नजर आने लगता है। सच ये है कि प्रवर्तन निदेशालय के पास राबर्ट वाड्रा और मनोज अरोड़ा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पुख्ता साक्ष्य हैं।