रायपुर। क्या आपने कभी भगवान को चिट्ठी लिखी है? उन चिठ्ठियों में अपने जज्बात उकेरे हैं? जाहिर है यह सवाल हैरान करता दिखेगा, लेकिन याद कीजिए वो पल, जब भीड़ में घिरे होने के बावजूद आपके भीतर अकेलापन का एहसास फूटा होगा. आपने खुद से खूब बातें की होंगी. कभी भावनाएं आंखों से बहकर छलकी होगी, तो कभी चेहरे की मुस्कुराहट एक अनछुई सी खुशी दे गई होगी. दरअसल यही संवाद है, जिसने आपको अदृश्य शक्ति से रू-ब-रू कराया था, इस संवाद ने ही आपको भगवान से जोड़ा था.

रोटरी क्लब ऑफ रायपुर क्वींस इन्हीं जज्बातों को शब्दों में ढालने की एक अनोखी पहल शुरू कर रहा है. मकसद है, आपके भीतर उठे विचारों के उफानों को तट तक लेकर आना, मकसद है टूटे हुए मन को शब्दों की सुई से पिरोकर फिर से अटूट जोड़ देना, मकसद है खुशियों को समेटना और अरमानों के घुमड़ते बादलों से अठखेलियां करना. मकसद है, बेरंग सी जिंदगी के कैनवास को रंगों से भर देना.

इस पहल का नाम है, ‘लेटर टू गाॅड’. कहते हैं जज्बातों की कोई उम्र नहीं होती. इसे बयां करने की कोई सीमा नहीं होती. ये पहल भी कुछ ऐसी ही हैं. यहां 9 साल से लेकर 99 साल की उम्र का हर शख्स शामिल हो सकता है. ‘लेटर टू गाॅड’ यानी एक चिट्ठी भगवान को लिख आप सवाल पूछ सकते हैं, उन्हें धन्यवाद दे सकते हैं, शिकायत कर सकते हैं, समाधान ढूंढ सकते हैं….असीमित ख्वाहिशों को इस चिट्ठी के जरिए शब्द दे सकते हैं. आइए भगवान को एक चिट्ठी लिख अपने जज्बातों को खुलकर बांटिए. एक छोटी सी कोशिश आपको, न सिर्फ शब्दों के जरिए भगवान से जोड़ेगी, बल्कि आपकी यह कवायद सैकड़ों बच्चों की अंधेर भरी जिंदगी में शिक्षा का उजियारा लेकर आएगी.

कैसे जुड़े मुहिम से….

‘लेटर टू गाॅड’ की इस पहल से 9 से लेकर 99 वर्ष तक की उम्र का कोई भी शख्स जुड़ सकता है. इस आनलाइन चैरिटेबल मुहिम में जुड़ने के लिए भगवान को लिखी आपकी चिट्ठी के साथ दो सौ रूपए या इससे अधिक की डाट टिकट लगाकर रोटरी क्लब ऑफ रायपुर क्वींस की वेबसाइट पर भेजनी होगी. हालांकि जज्बातों का कोई आंकलन नहीं कर सकता, लेकिन जब पहल अंधेरा में उजियारा बिखेरने से जुड़ा हो, तो उनमें से बेहतर का चुनाव जरूरी हो जाता है.

देशभर में विभिन्न क्षेत्रों की नामचीन लोगों की एक जूरी आपकी भेजी चिट्ठियों को परखेंगी. इस जूरी में मोटिवेशन स्पीकर डाॅ. उज्जवल पाटनी, आज तक के सीनियर एक्जीक्यूटिव एडिटर संजय सिन्हा, आथर, आर्टिस्ट और एंतप्रिन्योर पूजा प्रसून, मोटिवेशनल स्पीकर नीथा नीरज, मस्ती टीवी के प्रोग्रामिंग हेड मनीष चौधरी और मेडिकल स्टूडेंट एसोसिएशन की प्रेसिडेंट पूर्वा पाटिल शामिल हैं. इन चिट्ठियों में से सर्वश्रेष्ठ चिट्ठियों को ढूंढा जाएगा. जीतने वालों को दो लाख रुपए तक के पुरस्कार जीतने का मौका मिलेगा. इस आनलाइन चैरिटेबल इवेंट के लिए रजिस्ट्रेशन 11 जनवरी 2021 से शुरू हो रहा है.

30-40 स्मार्ट क्लास का है लक्ष्य

‘लेटर टू गाॅड’ की इस पहल से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल रोटरी लिटरेसी मिशन में खर्च किया जाएगा. मिशन के तहत गरीब बच्चों के स्कूलों में 30-40 स्मार्ट क्लासरूम बनाने का लक्ष्य तय किया गया है. तो आइए अपने जज्बातों को शब्दों में ढालिए और एक बड़े अभियान का हिस्सा बनिए. यकीनन भगवान को लिखे आपके अपने शब्द सैकड़ों चेहरे पर खुशियां बिखेर देगी.

डिजिटल पार्टनर है लल्लूराम डाॅट काम

रोटरी क्लब ऑफ रायपुर क्वींस के इस आनलाइन चैरिटेबल इवेंट में छत्तीसगढ़ का नंबर वन न्यूज वेब पोर्टल लल्लूराम डाॅट काम डिजीटल पार्टनर है. वेबसाइट के जरिए इवेंट से जुड़ी जानकारी नियमित तौर पर साझा की जाती रहेगी.