मास्को। यूक्रेन पर हमले की वजह से आलोचना का शिकार हो रहे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को एक बार फिर से भारत की शान में कसीदे पढ़े. उन्होंने कहा कि भारत ने ब्रिटेन की गुलामी से आधुनिक राज्य बनने के अपने विकास में जबरदस्त प्रगति की है. इसने ठोस विकास परिणाम हासिल किए हैं. भारत के विकास से उसका सम्मान और प्रशंसा बढ़ी है. इसे भी पढ़ें : वुहान में फिर लगा लॉकडाउन : यहां मिला था कोरोना का पहला केस, मरीज बढ़ने से प्रशासन ने उठाया सख्त कदम

मॉस्को में वल्दाई डिस्कशन क्लब की 19वीं वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक देशभक्त हैं, जो अपने देश की स्वतंत्र सोच को आगे बढ़ाने में सक्षम हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत और रूस के बीच दशकों से विकसित विशेष संबंध हैं, और दोनों देशों के बीच कोई भी बकाया मुद्दा नहीं है.

पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले वर्षों में बहुत कुछ किया गया है. मेक इन इंडिया के लिए उनका विचार आर्थिक और नैतिक दोनों रूप से मायने रखता है. वे भारतीय लोगों के लिए एक आइसब्रेकर की तरह चल रहे हैं. मुझे यकीन है कि भविष्य में भारत की एक बड़ी भूमिका है. इसके सबसे बड़ा लोकतंत्र होने पर गर्व होता है.

उन्होंने रक्षा साझेदारी और बढ़ते व्यापारिक संबंधों का भी जिक्र करते हुए कहा कि हमारे व्यापार की मात्रा में काफी वृद्धि हुई है. पीएम मोदी ने मुझसे भारत को उर्वरकों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कहा, और इसमें 7.6 गुना वृद्धि हुई है. कृषि में व्यापार लगभग दोगुना हो गया है.

पुतिन ने अपने भाषण में अमेरिका और उसके सहयोगियों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दुनिया एक अहम मोड़ पर है, जहां पश्चिम अब मानव जाति के लिए अपनी इच्छा थोपने में सक्षम नहीं है, लेकिन फिर भी ऐसा करने की कोशिश करता है और ज्यादातर देश अब इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी नीतियां से और अधिक अराजकता पैदा होगी.

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