रायपुर। महासमुंद में 4 साल की बच्ची के साथ हुए रेप के बाद वहां के सरकारी डॉक्टरों की जो असंवेदनशीलता उजागर हुई है, उस पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग सुब्रत साहू ने अनभिज्ञता जाहिर की.
एक तरफ तो प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हो गई, ऊपर से स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव सुब्रत साहू को इस बात की जानकारी नहीं है, ये बात हैरान करने वाली है.
जब हमने फोन पर उनसे उनका पक्ष जानना चाहा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी ही नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि अगर घटना हुई है, तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें पता चला है कि पीड़ित परिवार ने ही सरकारी हॉस्पिटल में इलाज कराने से इनकार कर दिया था, जबकि पीड़ित पिता ने इस बात से साफ इनकार कर दिया और कहा कि सरकारी अस्पताल ने खुद उनकी बच्ची का इलाज नहीं किया. केवल दर्द का इंजेक्शन देकर हॉस्पिटल स्टाफ ने उन्हें निजी अस्पताल जाने के लिए कह दिया.
पीड़ित पिता ने ये भी कहा कि सरकारी डॉक्टर अलका परदल ने उनकी बच्ची का इलाज भी नहीं किया, 100 रुपए फीस भी ले लिए और उन्हें रवाना भी कर दिया.