चंडीगढ़। भगवंत मान सरकार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार के फैसले पर रोक लगा दी है. दरअसल 28 मई को पंजाब सरकार ने राज्य के 424 वीआईपीज़ की सुरक्षा वापस ली थी. उसके अगले ही दिन 29 मई को जानेमाने सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या हो गई, जिसके बाद पंजाब सरकार सवालों में घिर गई थी. मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचा था. हालांकि बुधवार को भी कुछ वीआईपी की सुरक्षा पंजाब सरकार ने वापस कर दी थी. चूंकि अब 424 लोगों में से सिद्धू मूसेवाला की हत्या हो चुकी है, ऐसे में 423 वीआईपीज़ की सुरक्षा वापस बहाल होगी.

भगवंत मान सरकार के फैसले पर हाईकोर्ट की रोक

अब फिलहाल पंजाब के 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा में कटौती और वापसी के भगवंत मान सरकार के फैसले पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. वीआईपी कल्चर खत्म करने के नाम पर यह फैसला लिया गया था. अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद 7 जून से 423 वीआईपी (मूसेवाला की हो चुकी है हत्या) की सुरक्षा फिर से बहाल हो जाएगी. सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी तरफ से सिर्फ एक सीमित अवधि के लिए उन VIP की सुरक्षा हटाई गई थी, लेकिन कोर्ट ने साफ कर दिया है कि अगर किसी की सुरक्षा को हटाना भी है तो पहले परिस्थितियों की सही समीक्षा की जाए, उसके बाद ही ऐसा कोई फैसला लिया जाए.

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CM भगवंत मान

28 मई को घटाई गई थी 424 वीआईपी की सुरक्षा

बता दें कि 28 मई को जिन 424 वीआईपी की सुरक्षा घटाई गई थी, इसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, डेरे के मुखी, 3 मौजूदा ADGP, पूर्व MLA भी शामिल थे. सगौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों जैसे ही पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में एक साल जेल की सजा सुनाई, वैसे ही पंजाब सरकार ने सिद्धू की सुरक्षा वापस लेने का भी आदेश दे दिया था. सिद्धू को पंजाब सरकार से मिली 45 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी किया गया था.

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इनकी भी घटाई गई थी सुरक्षा, अब 7 जून से होगी बहाल

डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास, डेरा रूमीवाला भुच्चो मंडी बठिंडा के मुखी बाबा सुखदेव सिंह, डेरा सचखंड बल्लां के मुखी संत निरंजन दास जी, लुधियाना स्थित भैणी साहिब के मुखी सतगुरु उदय सिंह, दरबार साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह की सुरक्षा घटाई गई थी. पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी की सुरक्षा भी घटाई गई थी. वहीं पुलिस में ADGP एसके अस्थाना, एलके यादव, एमएफ फारूखी, प्रवीन कुमार सिन्हा, शशि प्रभा द्विवेदी, वी नीरजा, IG जतिंदर औलख, गौतम चीमा, गुरिंदर सिंह ढिल्लों, अनन्या गौतम, DIG नीलांबरी जगदले, DCP जतिंदर मंड की सुरक्षा घटाई गई थी.

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कांग्रेस के पूर्व सांसद शमशेर सिंह दूलो और राजीव शुक्ला की भी सुरक्षा वापस हुई थी

इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व सांसद शमशेर सिंह दूलो और राजीव शुक्ला से भी सुरक्षा वापस ली गई थी. कांग्रेस के लगभग सभी पूर्व विधायकों की सुरक्षा में कटौती की गई. विवादित गायक शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला जिनकी अगले ही दिन हत्या हो गई थी, उनके अलावा नेशनल SC कमीशन के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा, पूर्व सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा की भी सुरक्षा में कटौती की गई थी.