राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बड़ा हमला किया है. शरद पवार ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और मोदी के बीच कोई फर्क नहीं है.

शरद पवार सोलापुर जिले के अकलुज में माढा और सोलापुर लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों के नामों की चर्चा करने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री विजय सिंह मोहिते पाटिल के आवास पर पहुंचे थे. यहां पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ”मोदी नहीं चाहते कि विपक्ष से कोई भी निर्वाचित हो. प्रधानमंत्री का इस तरह का रुख दिखाता है कि उनमें और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन में कोई अंतर नहीं है.”

“मोदी धीरे-धीरे संसदीय लोकतंत्र नष्ट कर रहे”

सोलापुर में शरद पवार ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने पर मौजूदा मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) की गिरफ्तारी दिखाती है कि मोदी धीरे-धीरे संसदीय लोकतंत्र नष्ट कर रहे हैं और देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतंत्र में विपक्ष भी सत्तारूढ़ पार्टी की तरह बराबर का महत्वपूर्ण है. वहीं इस दौरान लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के घोषणापत्र के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ”यह उनके घोषणापत्र पर टिप्पणी करने के लिए उचित समय नहीं है. वादे करना भाजपा की विशेषता है.”

सोलापुर और माढा सीट को लेकर हुई बैठक

शरद पवार ने कहा यह बैठक माढा और सोलापुर लोकसभा क्षेत्र पर चर्चा करने के लिए हुई, जिसमें कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे, विजयसिंह मोहिते पाटिल और अन्य प्रतिष्ठित पदाधिकारी भी मौजूद रहे. विजयसिंह मोहिते पाटिल के भतीजे धैर्यशील मोहिते पाटिल ने इस सप्ताह में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और उनके राकांपा (एसपी) में शामिल होने की संभावना है. पवार ने कहा, ”हम चाहते हैं कि धैर्यशील माढा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें. उनके पार्टी में शामिल के बारे में फैसला पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल की मौजूदगी में लिया जाएगा. माढा और सोलापुर सीट के बारे में संक्षिप्त बैठक 16 अप्रैल को होगी.”

शरद पवार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से बेहद आहत हैं. उन्होंने सवाल उठाए कि मौजूदा मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी दिखाती है कि पीएम मोदी धीरे-धीरे संसदीय लोकतंत्र नष्ट कर रहे हैं. चुनाव के बीच में हुई इस कार्रवाई को उन्होंने गलत करार दिया. शरद पवार की नाराजगी इसलिए भी है कि क्योंकि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी दो खेमे में बंट चुकी है. उन्ही के भतीजे अजित पवार के साथ पार्टी के कई दिग्गज नेता और विधायक सूबे की शिंदे सरकार के साथ चले गए हैं.