सदफ हामिद, भोपाल। शिवराज सरकार ने कमलनाथ सरकार के फैसले को बदल दिया है। प्रदेश में अब टीएचआर संयंत्रों का संचालन स्व सहायता समूह करेगी। इसके साथ ही सरकार ने पोषण आहार संयंत्र का संचालन एमपी एग्रो से वापस ले लिया है। सरकार के इस फैसले से 3 लाख 33 हजार स्व सहायता समूह के 38 लाख परिवारों को फायदा होगा। इसे स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का बड़ा फैसला माना जा रहा है। ग्रामीण एवं पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।

सिसोदिया ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चे अब डाइनिंग टेबल पर खाना खाएंगे। इसके लिए पंचायत विभाग मनरेगा से 16 हजार कक्षों का निर्माण करेगी। बच्चों को जमीन पर बैठकर खाना खिलाया जाता है। जिसके चलते पंचायत विभाग ने ये फैसला लिया है।

इसे भी पढ़ेः नागिन का बदला….! दो साल पहले पिता ने नाग को मारा तो नागिन ने ली बेटे की जान, दोनों बेटियों को भी डसा लेकिन बच गई जान

कमलनाथ ने छिना महिलाओं का हक
मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कमलनाथ सरकार पर साधा निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ की सरकार में परिवर्तन किया गया था। स्व सहायता समूह की महिलाओं से काम छीन कर ठेकेदारों को दे दिया गया था। कमलनाथ ठेकेदारों को आगे लाना चाहते थे। शिवराज सरकार ने स्व सहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाने का बड़ा फैसला लिया है। स्व सहायता समूह फिर से पोषण आहार संयंत्र का संचालन करेगी।

इसे भी पढ़ेः MP में भू-माफिया पर फिर चला बुलडोजर, प्रशासन ने 12 करोड़ से बने घर-दुकान को तोड़ा
मध्यप्रदेश में सात पोषण आहार संयंत्र
पोषण आहार तैयार करने के इस काम से प्रदेश के लाखों स्व सहायता समूह को लाभ मिलेगा। 3 लाख 33 हजार स्व सहायता समूह के 38 लाख परिवारों को इससे फायदा होगा। मप्र में पोषण आहार के सात संयंत्र हैं।बता दें कि 2018 से पहले भी स्व सहायता समूह ही पोषण आहार संयंत्रों का संचालन करती थी। कांग्रेस सरकार आने के बाद 2018 में इनके संचालन का जिम्मा कमलनाथ सरकार ने स्वसहायता समूह से वापस ले लिया था।

इसे भी पढ़ेः कांग्रेस ने ‘सुराज अभियान’ पर रोक लगाने की मांग उठाई, कहा- यह आचार संहिता का खुला उल्लंघन