मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत मिलने के बाद भी सरकार बनने में रोड़ा बना हुआ है. सत्ता को लेकर बने गतिरोध के बीच शिवसेना को भाजपा के खरीद-फरोख्त का डर सता रहा है, जिसकी वजह से उसने अपने सभी 56 विधायकों को होटल रंग शारदा में शिफ्ट कर दिया है.

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 24 अक्टूबर को आए परिणाम के बाद से ही मुख्यमंत्री के पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है. शिवसेना 50-50 फार्मूले पर ढाई साल का कार्यकाल शिवसेना के लिए मांग रही है, जबकि भाजपा मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई समझौता करने को तैयार नहीं है.

पखवाड़े भरे से ज्यादा समय से बने गतिरोध के बीच शिवसेना को अब भाजपा के ‘ऑपरेशन कमल’ का खतरा सताने लगा है, जिसके मद्देनजर गुरुवार को सभी 56 विधायकों की मातोश्री में बैठक बुलाकर चर्चा की, जिसके बाद तमाम विधायकों को पांच सितारा होटल रंग शारदा में शिफ्ट कर दिया गया है. वहीं विधायकों ने आगे की रणनीति को लेकर पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को निर्णय लेने का अधिकार दे दिया है.