नई दिल्ली. सीएए के खिलाफ में बेंगलुरु में एक रैली के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाली लड़की की हत्या करने के लिए दक्षिणपंथी संगठन श्री राम सेना के एक कार्यकर्ता ने 10 लाख रुपए का इनाम रखा है.

लेकिन सवाल ये है कि भगवान श्री राम के नाम पर ऐसे भड़काऊ बयानबाजी कर सोशल मीडिया में सुर्खियां बटारनों वाले लोगों पर पुलिस कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती. हत्या को लेकर श्री राम सेना का एक कथित कार्यकर्ता संजीव मराडी एक वीडियो फुटेज में यह कहता नजर आ रहा है कि सरकार अमूल्‍या लियोन को रिहा नहीं करेगी क्‍योंकि वह उसकी हत्‍या कर देगा.

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अमूल्या लियोना के खिलाफ शनिवार को बेल्लारी में श्रीराम सेना द्वारा रैली आयोजित की गई. इस रैली के दौरान संजीव मराडी यह कहता दिख रहा है कि, राज्य और केंद्र सरकार को किसी भी स्थिति में युवती को नहीं रिहा करना चाहिए. अगर उसे छोड़ दिया गया तो हम उसे जान से मार देंगे. उसने धमकी दी है कि उसकी हत्या करने वाले को श्री राम सेना की तरफ से हम 10 लाख का इनाम देंगे.

तीन दिन पहले जीभ काटने पर की थी इनाम की घोषणा

वहीं तीन दिन पहले ही कर्नाटक के हुबली में तीन कश्मीरी छात्रों ने पुलवामा हमले की बरसी पर कथित तौर पर विवादित नारा लगाया था. घटना की शिकायत के बाद तीनों छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उनपर देशद्रोह के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं इस मामले में श्री राम सेना के सचिव ने तीनों छात्रों की जीभ को काटने के लिए 3 लाख रुपये के इनाम का ऐलान किया था. ये ऐलान सिद्धिलिंग स्वामी ने दिया था. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक  जीभ काटने का ऐलान करने वाले सिद्धलिंग स्वामी को श्री राम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक के करीबी माने जाते हैं. मुथालिक अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने साल 2009 में मंगलुरु के एक पब में मारपीट की थी.