विप्लव गुप्ता, पेन्ड्रा. छत्तीसगढ़ की सियासत में और सियासी गठजोड़ के संकेत दिखाई दे रहा है. जिस तरह पहले से अनुमान लगाया जा रहा था उसके मुताबिक ही कांग्रेस और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बीच समझौता हो सकता है. फिलहाल पेन्ड्रा के कोटमी में होने वाली राहुल गांधी की सभा में गोंगपा के अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम पहुंच चुके हैं. साथ ही एकता परिषद के राजगोपाल भी हैं. इस दौरान इन नेताओं ने चरणदास महंत, रामदयाल उइके, दिलीप लहरिया ने एक साथ हाथ उठाकर जनता का अभिवादन किया. इस दौरान एमपी के पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल मरकाम,  डिंडौरी विधायक ओमकार मरकाम भी मंच पर पहुंचे.

इस दौरान चरणदास महंत ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. इसके साक्षी है हीरा सिंह मरकाम, राजगोपाल जो आदिवासियों के लिए काम कर रहे हैं. आदिवासियों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है. हम आदिवासियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं. लेकिम अब हम एक साथ मिलकर लड़ेंगे. एकता परिषद और गोंडवाना गणतंत्र के पार्टी जैसे लोग हमारे साथ आये हैं. हम साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ेंगे.

एकता परिषद के राज गोपाल ने कहा कि आज भय और आतंक का माहौल है. पूरे देश में लोग डर कर जी रहे हैं. नैतिकता के आधार पर देश को नेतृत्व दे सके ऐसे नेता के रूप में आज राहुल गांधी के हमारे साथ हैं. जब तक लोग झोपड़ी में जी रहे हैं तब तक महात्मा गांधी जिंदा है. आज छत्तीसगढ़ में अनेक आंदोलन चल रहा है. कंपनी लूट रहे हैं और सरकार उद्योगपतियों के साथ है. राहुल गांधी आज आदिवासियों के लड़ रहे हैं. जो ग़रीबो के लिए लड़ सके काम करना होगा.

 

आज नेताम ने की घर वापसी

आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने भी कांग्रेस में वापसी की है. अब गोंगपा से उसका समझौता हो जाता है तो चुनाव से पहले पार्टी को काफी मजबूती मिल सकती है.