कपिल शर्मा, हरदा। एमपी के हरदा से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां हालात के आगे मजबूर बेटा ‘बुजुर्ग मां’ को ठेले पर लेटाकर 2 किमी दूर अस्पताल ले गया। वहीं इस दौरान किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। गरीब ब्राह्मण मोबाइल नहीं होने के कारण एम्बुलेंस को कॉल नहीं कर पाया। वहीं लोगों से, जब मदद मांगी तो उनलोगों ने भी मदद नहीं की। मां को बचाने के लिए फिर युवक अपने दोस्त के साथ मिलकर ठेले पर मां को लिटाया और दौड़ते हुए हरदा जिला अस्पताल (Harda District Hospital) लेकर पहुंचा। घटना का वीडियो सामने आया है।

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दरअसल मामला हरदा शहर के टंकी मोहल्ले का है। शिवकुमार मिश्रा की 60 वर्षीय माँ राधाबाई की तबीयत पिछले 4-5 दिनों से खराब थी। शनिवार को बुजुर्ग महिला की तबीयत ज्यादा खराई हो गई।

गरीब होने के कारण युवक के पास मोबाइल नहीं है। साथ ही अनपढ़ होने के कारण उसे ये नहीं पता था कि किसे कॉल करने पर एम्बुलेंस आएगी। उसने आस-पास के लोगों से मदद मांगी लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। युवक ने ऑटो वाले से भी मां को अस्पताल छोड देने की गुहार लगाई। उसने भी मदद से इंकार कर दिया।

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इधर मां की तबीयत लगातार बिगड़ते जा रही थी। इसके बाद युवक ने मां की जान बचाने के लिए खुद ठेले से ले जाने की ठानी। इसके बाज अपने दोस्त की मदद के बीमारस मां को ठेले पर लिटाया और ठेले को दौड़ाते हुए दो किमी दूर अस्पताल लेकर पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने उसे देखा लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की। फिलहाल महिला की हालत स्थिर है। लेकिन एक मजबूर की मदद नहीं करना हमारे समाज का शर्मनाक चेहरे को उजागर किया है।

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