नई दिल्ली. विराट कोहली को कप्तानी रास आ रही है इसमें कोई दो राय नहीं है, लेकिन जब उनकी कप्तानी में आईसीसी इवेंट की बात करें तो विराट कोहली को इस मामले में निराशा ही निराशा मिल रही है. ये टीम इंडिया के हार की तीसरी हेट्रिक है.

भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (ICC World Test Championship Final) मुकाबले में केन विलियमसन की आर्मी ने बाजी मार ली और विराट कोहली (Virat Kohli) की सेना फिर एक बड़े खिताब से महरूम रह गई.

आइये जानते है टीम इंडिया को मिली हार के कुछ प्रमुख कारण

टॉस  हारने के लिए मशहूर विराट कोहली की किस्मत ने इस बार भी उनका साथ नहीं दिया. न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन के सिक्के का फैसला आते ही टीम इंडिया को बल्लेबाजी के लिए बुलाया. इस पिच पर पहले बैटिंग मुश्किल लग रही थी और भारत को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा.

टीम इंडिया की फ्लॉप बैटिंग

पहली और दूसरी दोनों पारियों में टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाजों ने कीवी बॉलर्स के आगे घुटने टेक दिए. कोई भी इंडियन बैट्समैन हाफ सेंचुरी भी नहीं लगा पाया. ऐसे हालात में जीत की उम्मीद करना बेमानी था.

न्यूजीलैंड का लीड लेना

पहली पारी में न्यूजीलैंड ने 249 रन बनाए जिसके आधार पर उसे 32 रन की लीड मिली. भले ये आंकड़ा दिखने में छोटा लगे लेकिन लो स्कोरिंग मैच में इसकी अहमियत काफी बढ़ गई. कीवी टीम को इस बढ़त का फायदा हुआ, उन्हें जीत के लिए महज 139 रन का टारगेट मिला, जिसे उसने महज 2 विकेट खोकर पूरा कर लिया.

बुमराह का नाकाम होना

इस महामुकाबले में हर भारतीय बॉलर जीत के लिए जद्दोजहद करता दिखा, लेकिन जसप्रीत बुमराह का नाकाम होना टीम इंडिया को नुकसान पहुंचा गया. पहली पारी में बुमराह की झोली खाली रही वहीं दूसरी पारी में भी उनका जादू जरा भी नहीं चला. इस तरह वो मैच में विकेट से महरूम रह गए.

पुजारा का कैच छोड़ना

न्यूजीलैंड की दूसरी पारी के दौरान चेतेश्वर पुजारा की मिसफील्डिंग भारत को भारी पड़ गई. दरअसल इस मैच के एक बेहद अहम वक्त पर पुजारा ने टेलर का कैच टपका दिया, जिसके बाद ये टीम इंडिया की हार का एक बहुत बड़ी वजह बना. 31 वें ओवर के दौरान जसप्रीत बुमराह की एक गेंद को टेलर ने रोकने की कोशिश की और किनारा लग कर गेंद सीधी पुजारा के पास गई. लेकिन पुजारा के हाथ से गेंद छिटक गई और टेलर आउट होने से बच गए.

विराट कोहली की कप्तानी

विराट कोहली ने भले ही टीम इंडिया को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचाया, लेकिन अहम मुकाबले में उनकी नाकामी फिर दुनिया के सामने आ गई. वो कीवी टीम के खिलाफ सटीक रणनीति बनाने में नाकाम रहे और उनकी कप्तानी में भारत का आईसीसी ट्रॉफी जीतना का ख्वाब महज ख्वाब ही रह गया.