रायपुर- राजधानी के रिंग रोड पर बीती रात एक दंपति के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी. इस मामले में एक आरक्षक भी शामिल था. एसएसपी तक मामला पहुंचने पर आरक्षक को निलंबित कर दिया है. साथ ही शिकायत दर्ज करने में लापरवाही बरतने के कारण एएसआई के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है. फिलहाल आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़ समेत मारपीट का मामला दर्ज कर लिया गया है.

जानकारी के मुताबिक मारपीट की घटना सामने आने के बाद दंपति शिकायत लेकर राजेंद्र नगर थाने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने दंपति की शिकायत दर्ज करने में जानबूझकर देरी की गई. दबाव बढ़ने के बाद आरोपियों पर सामान्य धाराएं लगाई गई. इसकी शिकायत एसएसपी आरिफ शेख से की गई. इसके बाद एसएसपी ने राजेंद्र नगर थाने के एएसआई श्रवण कुमार मिश्रा को तलब किया. उन्होंने एएसआई को जमकर फटकार लगाई. फिर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए. वहीं मारपीट में शामिल आरक्षक दुष्यंत सिंह को निलंबित कर दिया. इस मामले में आरक्षक समेत सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं.

यह था पूरा मामला

आरोपियों ने पहले महावीर चौक पर पहले मारपीट की. जब पीड़ित दंपति शिकायत करने थाने पहुंचे तो बदमाश वहां भी पहुंच गए और थाने में पुलिस वालों के सामने दंपति को धमकी दी. इतना ही नहीं थाने में ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों ने बदमाशों की आवभगत की. बदमाशों में एक कांग्रेस नेता जीतू बारले था. वहीं एक खुद को पुलिस वाला बता रहा था.

पीड़ित दंपति ने जब एफआईआर करने को कहा तो नाईट ड्यूटी ऑफिसर एएसआई मिश्रा ने पहले तो मामले की जांच करने को कहा. महिला ने छेड़छाड़ की एफआईआर करने का जोर दिया तो नाईट अफसर ने करीब 4 घंटे थाने में बैठाने के बाद सिर्फ मारपीट की धारा लगाकर एफआईआर की. जबकि महिला ने छेड़छाड़ की लिखित शिकायत की थी.

आरोपी कांग्रेस नेता जीतू बारले

छेड़छाड़ की लिखित शिकायत मिलने के बाद भी अफसर ने जांच करने की बात कही. जबकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत महिला के साथ छेड़छाड़ की शिकायत मिलने पर पुलिस को फौरन एफआईआर करना होता है. लेकिन इस हरकत में शामिल इलाके के एक नेता जीतू बारले और एक कथित पुलिस वाले के दबाव की वजह से छेड़छाड़ की एफआईआर नहीं की.

दूसरी तरफ ये बात भी सामने आई है कि थाने के एक और एएसआई भी वहां मौजूद थे, जिन्होंने थाना परिसर में बदमाशों को मदद कर वहां से हटवा दिया और बदमाशों को मेडिकल के लिए भी नहीं जाने दिया क्योंकि मारपीट और छेड़छाड़ करने वाले नशे में थे. दूसरी तरफ थाने में नाईट ड्यूटी में तैनात एक हवलदार ने पीड़ित महिला के पति से अभद्रता की और उसे कहा कि रात में बीवी को लेकर घूमते ही क्यों हो?