स्पोर्ट्स डेस्क- टीम इंडिया इन दिनों न्यूजीलैंड के दौरे पर है तो वहीं इधर भारत में घरेलू क्रिकेट रणजी ट्रॉफी का फाइनल घमासान आज खत्म हो गया. जहां एक बार फिर से रणजी ट्रॉफी की चैंपियन विदर्भ की टीम बनी।

विदर्भ और सौराष्ट्र के बीच था फाइनल

रणजी ट्रॉफी का फाइनल घमासान विदर्भ और सौराष्ट्र के बीच खेला गया, जहां फाइनल में विदर्भ की टीम ने बता दिया कि वो पिछली बार तुक्का में ही रणजी चैंपियन नहीं बने थे बल्कि वो वाकई में चैंपियन टीम है तभी तो एक बार फिर से इस बार भी विदर्भ की टीम ही रणजी ट्रॉफी की चैंपियन बनी।

फाइनल मैच में विदर्भ की टीम ने सौराष्ट्र की टीम को 78 रन से हराया, पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में विदर्भ की टीम ने 312 रन बनाए, जिसके जवाब में सौराष्ट्र की टीम ने अपनी पहली पारी में 307 रन बनाए, मतलब पहली पारी में विदर्भ की टीम बढ़त लेने में तो कामयाब रही लेकिन बहुत ही मामूली, दूसरी पारी में विदर्भ की टीम 200 रन पर ढेर हो गई, जिसके जवाब में सौराष्ट्र की टीम 127 रन ही बना सकी।

विदर्भ की टीम से जहां वसीम जाफर खेल रहे थे तो वहीं सौराष्ट्र की टीम से चेतेश्वर पुजारा, दोनों ही बल्लेबाज फाइनल मैच में अपने बल्ले का दम नहीं दिखा सके।

लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा

विदर्भ लगातार दूसरी बार रणजी ट्रॉफी चैंपियन बना है, विदर्भ की टीम ने पिछले साल भी रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था, और इस साल भी विदर्भ की टीम खिताब जीतने में सफल रही।

जीत के बाद बोले कोच

विदर्भ की टीम के चैंपियन बनने के बाद विदर्भ टीम के कोच चंन्द्रकांत पंडित ने कहा हर किसी को लगा था कि पिछली बार हमने तुक्के में खिताब अपने किया है, हम पर खिताब को बरकरार रखने का दबाव था, लेकिन हमारा फोकस सिस्टम पर था हमने साख की चिंता नहीं की थी।

कप्तान ने बनाया रिकॉर्ड

विदर्भ टीम के फिर से रणजी ट्रॉफी चैंपियन बनने के साथ ही विदर्भ टीम के कप्तान फैज फजल ने भी अपना नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज करा लिया, टीम इंडिया से एक मैच खेल चुके 33 साल के फैज फजल विदर्भ टीम के कप्तान हैं, पिछली बार जब विदर्भ की टीम चैंपियन बनी थी तब भी फैज फजल ही कप्तान थे और इस बार जब विदर्भ की टीम चैंपियन बनी तब भी कप्तान हैं, इसके साथ ही रणजी ट्रॉफी के इतिहास में फैज फजल ऐसे 11वें कप्तान बन गए हैं जिनकी कप्तानी में किसी टीम ने लगातार दो रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है।

इतना ही नहीं विदर्भ की टीम छठवीं ऐसी टीम है जिसने अपने खिताब को बरकरार रखने का कारनामा किया है। इससे पहले मुंबई, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और दिल्ली की टीम ये कारनामा कर चुकी हैं।