सुशील सलाम, कांकेर. सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। परतापुर थाना क्षेत्र के मुसरघाट से कुकर बब को बरामद किया है.  बस्तर आईजी और और बीएसएफ महानिरीक्षक ने बताया कि रुटीन गश्त के दौरान बीएसएफ और जिला पुलिस बल के जवानों ने गुरुवार को मुसरघाट के पास 5 और 3 किलोग्राम के दो प्रेशर कुकर आईईडी बरामद की. बम निरोधक दस्ते ने इन दो आईईडी को समय रहते निष्क्रिय कर दिया. जिससे नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई।

ज़मीन के नीचे बिछी मौत

असल में, बस्तर इलाके में माओवादी छापामारों नें बारूदी सुरंगों और प्रेशर आईईडी का जाल बिछा रखा है जिसकी चपेट में ज़्यादातर सुरक्षा बल के जवान आ जाते हैं। एक आंकलन के हिसाब से माओवादी हिंसा में मारे गए सुरक्षा बलों के जवानों में से ज़्यादातर बारूदी सुरंगों और प्रेशर आईईडी के विस्फोट में मारे गए हैं। घने जंगलों से होकर गुज़रती सडकें और इन सडकों पर बारूदी सुरंगों की शक्ल में बिछी मौत। क्या सुरक्षा बल और क्या आम आदमी, सभी इसकी चपेट में आ जाते हैं। इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) और बारूदी सुरंगों के विस्फोटों की वजह से सुरक्षा बलों को सबसे ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा है। लेकिन आम आदमी को भी इसकी वजह से ख़ासा नुकसान हुआ है।

जमीन के भीतर प्लांट विस्फोटक की तलाश

नक्सलियों ने बड़े पैमाने पर जमीन के अँदर आईईडी बिछा रखा है. हालात ये हैं कि कब कहाँ प्रेशर कुकुर आईईडी का विस्फोट होगा किसी को नहीं पता. यही कारण है कि सुरक्षा बल के जवान एक बड़े इलाके में आईईडी बमों को पैदल घूम घूम कर ढूँढने का काम कर रहे हैं। यही वजह है कि इस इलाके में जवानों को हिदायत है कि वे वाहनों में सफ़र ना कर पैदल ही गश्त करें।